सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। लायंस क्लब इंटरनेशनल विश्व कीर्तिमान बनाने और उस कीर्तिमान को गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज कराने की ओर है। लायंस क्लब इंटरनेशनल के आह्वान पर भारत सहित दुनिया के दो सौ देशों में फैली हुई इसकी शाखाओं द्वारा छोटे बच्चों की आंखों की जांच का तीन दिवसीय महा अभियान साइट फस्र्ट कैंपेन नाम से एक साथ चलाया गया है।दुनिया भर में एक साथ शुरू हुआ यह महाअभियान लायन्स क्लब की ओर से दृष्टिहीनता की बीमारी से लड़ा जाने वाला विश्वयुद्ध है।
इस महाअभियान के केन्द्र में 6 से 12 साल के स्कूली बच्चे हैं, जिनकी आंखों की निशुल्क जांच की जा रही है। 27 अप्रैल से जारी यह महा अभियान 29 अप्रैल को समाप्त होगा। इसमें बच्चों की आंखों की जांच, इलाज और सर्जरी को भी शामिल किया गया है। कैट्रेक्ट, जन्मांधता, मधुमेह जनित नेत्र रोग, ट्राकोमा, अल्पदृष्टि जैसी बीमारियों को दूर करने के लिए चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के साथ नेत्र स्वास्थ्य शिक्षा-जागरूकता भी इसका हिस्सा है, जिसके लिए लायंस इंटरनेशनल की ओर से 900 मिलियन डालर की व्यवस्था विश्व स्तर पर और भारत में 84 मिलियन डालर की व्यवस्था की गई है। 200 देशों के 46 हजार क्लबों के 14 लाख सदस्य इसमें जुटे हुए हैं।
भारत में दृष्टिहीन मरीजों की संख्या करीब एक करोड़
दृष्टिहीनता की बीमारी बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब और पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक है। ग्रामीण बच्चे इसके ज्यादा शिकार हैं, जिन्हें तीन मीटर से अधिक की दूरी पर हाथ उंगलियां दिखाई नहीं पड़ती हैं। इसके गरीबी के कारण खराब स्वास्थ्य के साथ अनेक कारण हैं। राष्ट्रीय दृष्टिहीनता सर्वेक्षण के मुताबिक भारत में दृष्टिहीन मरीजों की संख्या करीब एक करोड़ है और देश की आबादी का लगभग एक फीसदी दृष्टिहीनता का शिकार है, जिनमें 27 पतिशत बच्चे हैं। विश्व के एक-चौथाई नेत्रहीन भारत में हैं। आम तौर पर विटामिन ए की कमी, वायरल व फगंल इन्फेक्षन होने, नेत्र पर चोट लगने के कारण आंखों को नुकसान पहुंचता है और दृष्टिहीनता की बीमारी होती है।
351 बच्चों की जांच, 45 में दृष्टि-दोष
साइट फस्र्ट कैैंपन के तहत लायंस क्लब ऑफ सासाराम और लायंस क्लब सासाराम ईस्ट की ओर से बाल विकास विद्यालय और संत पॉल पब्लिक स्कूल में नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन कर किया गया, जिसमें 6 से 12 वर्ष तक की उम्र वाले 351 विद्यार्थियों की आँखों का जांच नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चिकित्सकों के दल ने किया। नेत्र चिकित्सकों के जांच दल में डा. दीपक कुमार सिंह, डा. आशीष शर्मा, डा. शुभम सिंह बलोरिया, डा शाहिद, डा. सीमा, डा. साइस्ता और डा. सरोज कुमार शामिल थे।
विद्यार्थियों की आंखों की जांच में 45 बच्चों में दृष्टि-दोष पाया गया। दृष्टि-दोष वाले बच्चों को चिकित्सकों ने आंखों की सुरक्षा से संबंधित जानकारी दी। इन बच्चों को नि:शुल्र्क इलाज के लिए इनके अभिभावकों को पर्ची जारी की गई है और उन्हें नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में आगे की चिकित्सा के लिए बुलाया गया है।
लायंस इंटरनेशनल के साइट फस्र्ट के तहत बच्चों की आंख जांंच के अभियान के संयोजन-समन्वय में लायंस क्लब के पूर्व जिलापाल एसपी वर्मा, बाल विकास विद्यालय के अध्यक्ष राहुल वर्मा एवं सचिव कृष्णा कुमार, एमजेएफ रोहित वर्मा, डा. दिनेश शर्मा, मार्कंडेय प्रसाद, श्याम कुमार, गौतम कुमार, विवेक जयसवाल, संतोष कुमार, अभिषेक राय, गिरीश चंद्र, अमन कुमार, डा. जावेद अख्तर, अभिमन्यु सिंह आदि ने सहयोग किया।
वेब रिपोर्ट, तस्वीर : अर्जुन कुमार (मीडिया प्रभारी, संत पॉल स्कूल), इनपुट : निशांत राज
पंकज दीक्षित बने डीएम, सत्यवीर सिंह एसपी और नताशा बनीं कमांडेंट
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। रोहतास जिले के जिलाधिकारी रहे अनिमेष पराशर और पुलिस अधीक्षक मानवजोत सिंह ढिल्लो का जिले से स्थानांतरण किया जा चुका है। पंकज दीक्षित को रोहतास जिले का नया जिलाधिकारी और सत्यवीर सिंह को पुलिस अधीक्षक पद पर नियुक्त किया गया है। सतवीर सिंह की आईपीएस पत्नी नताशा गुडिय़ा की नियुक्ति डिहरी-आन-सोन स्थित बिहार सैन्य पुलिस (2) में कमांडेन्ट के पद पर की गई है। पंकज दीक्षित 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और उत्तर प्रदेश के रायबरेली के निवासी है। जबिक सत्यवीर सिंह 2008 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
राहुल वर्मा अध्यक्ष और कृष्ण कुमार सचिव
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। लायन्स क्लब द्वारा संचालित बाल विकास विद्यालय की नई संचालन समिति के लिए राहुल वर्मा नए अध्यक्ष बनाए गए हैं। यह निर्णय संतपाल स्कूल के चेयरमैन कार्यालय में एसपी वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। तीन वर्षों के लिए संचालन समिति के सचिव कृष्ण कुमार बनाए गए हैं।
बाल श्रम और मानव तस्करी पर अंकुश के लिए जागरुता अभियान
औरंगाबाद (सोनमाटी संवाददाता)। जिलाधिकारी राहुलरंजन महिवाल की अध्यक्षता में बाल श्रम एवं मानव व्यापार की रोकथाम के मुद्दे पर बैठक हुई, जिसमें लोक शिकायत निवारण के अपर समाहर्ता, डीएसपी (किशोर पुलिस इकाई के समन्वयक), जिला शिक्षा पदाधिकारी, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई, प्रभारी सिविल सर्जन, श्रम अधीक्षक, सभी प्रखंडों की सीडीपीओ, बाल कल्याण समिति के सदस्य, चाइल्ड लाइन के समन्वयक, बाल संरक्षण पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में बाल श्रम एवं मानव व्यापार की रोकथाम को लेकर 30 अप्रैल से 20 नवंबर तक अभियान चलाने का निर्णय लिया गया, जिसका नोडल अधिकारी जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक बनाए गए। बैठक में संबंधित विभिन्न प्रावधानों से सदस्यों को अवगत कराया गया और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने का आह्वान किया गया। 30 अप्रैल को आंगनबाड़ी केंद्रों पर वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक आयोजित होगी, जिसमें विभिन्न प्रावधानों से अवगत कराया जाएगा।