खाते में पैसे आने के बावजूद नहीं बना इन्दिरा आवास
बिहार के औरंगाबाद जिले के हसपुरा प्रखंड अंतर्गत रतनपुर ग्राम की विधवा मुनिया देवी के लिए इंदिरा आवास बनाने की सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और उसके बैंक खाते में रकम भी आ गई है। मगर मुनिया के पास अपनी जमीन ही नहीं है। वह तो सड़क किनारे झोपड़ी डालकर वर्षों से किसी तरह अपना जीवन बसर कर रही है। जमीन के लिए गांव के सरपंच ने अंचलाधिकारी से कई बार संपर्क कर चुके हैं। अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। मुनिया देवी जिलाधिकारी के जनता दरबार में भी अपना दुखड़ा सुना चुकी है। उसका आवेदन ले लिया गया है, जो व्यवस्था के मुताबिक फिर अंचलाधिकारी के पास ही अग्रसारित कर दिया जाएगा।
पिछले वर्ष ठंड के मौसम में मुनिया देवी के पति की मृत्यु इलाज के अभाव में हो गई। स्थानीय लोगों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दाह-संस्कार एवं ब्रह्मभोज तक के खर्च का इंतजाम किया था। फिलहाल मुनिया देवी जिलाधिकारी को दिए गए आवेदन की छाया प्रति लेकर अपने बच्चों के साथ दरवाजे-दरवाजे भटक रही है कि शायद जमीन देने-दिलाने वाला कोई मददगार मिल जाए और खुले आकाश के नीचे उसका भी अपना छत (आवास) हो जाए।
प्रमाणपत्र वितरित
बिहार सरकार के सात निश्चय में से एक कार्यक्रम आर्थिक हल युवाओं को बल के तहत 58 प्रशिक्षणार्थियों में प्रमाणपत्र व मेडल का वितरण समारोह का आयोजन कर किया गया। एनआरडीपी संस्था द्वारा हसपुरा आईटीआई में संचालित कुशल युवा कार्यक्रम के प्रमाणपत्र वितरण समारोह की अध्यक्षता पूर्व प्रखण्ड प्रमुख आरीफ रिजवी ने की और संचालन शम्भूशरण सत्यार्थी ने किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में उच्च अंक प्राप्त करने वालों में शामिल प्रिया कुमारी, स्वाति कुमारी, रजनी कौल, मोनिका कुमारी, अर्चना कुमारी, शहबाज मिन्हाज, राशीद नसीम, आदिल मंसूरी, वसीम रज्जा और रवि कुमार को मुख्य अतिथि थानाध्यक्ष अरुण कुमार और अन्य अतिथियों ने विशेष पुरस्कार सामग्री प्रदान की। धन्यवाद ज्ञापन पत्रकार डा. सत्यदेव सिंह ने किया।
(वेब रिपोर्टिंग : शंभुशरण सत्यार्थी)