सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। वंचित परिवार के लोग अपने बच्चों को स्कूल जरूर भेजें, चाहे उन्हें अपना पेट (भोजन) काटकर भी ऐसा करना पड़े। तभी उनकी अगली पीढ़ी समाज के मुख्य धारा के साथ जुड़ सकती है और नए जमाने के साथ कदम-से-कदम से मिलाकर आगे बढऩे में समर्थ हो सकती है। यह आह्वान लालगंज बस्ती में वंचित परिवारों के बीच निशुल्क कंबल वितरण के आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बाल विद्या मंदिर परिवार के मार्गदर्शक डॉ बुद्धनाथ प्रसाद श्रीवास्तव ने किया। उन्होंंने वंचित परिवारों से उनके बच्चों को बाल विद्या मंदिर स्कूल में भेजने को कहा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ईं0 नवीन सिन्हा ने की। श्री सिन्हा ने कहा कि वंचित परिवार के छोटे बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए विद्या मंदिर परिवार द्वारा किताब, कॉपी एवं पेंसिल की व्यवस्था की जाएगी, जिसका कोई शुल्क नहींहोगा। स्कूल के मीडिया प्रभारी अर्जुन कुमार ने कहा कि बाल विद्या मंदिर परिवार सामाजिक चेतना को विकसित करने का कार्य कर रहा है, वंचित बस्ती में आयोजन इसी दिशा में एक कदम है। कंबल वितरण कार्यक्रम में मलय श्रीवास्तव, हिमांशु श्रीवास्तव, विकास खत्री, राजेश कुमार सिंह उर्फ बिहारी आदि ने सक्रिय योगदान किया।
(रिपोर्ट व तस्वीर : अर्जुन कुमार)
एनडीए सरकार में गरीब महिला सुरक्षित नहीं : कांति सिंह
डालमियानगर, सासाराम (बिहार)/शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) कार्यालय प्रतिनिधि/सोनमाटी टीम। राजद की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह ने कहा है कि एनडीए सरकार बुलेट ट्रेन चलाने की बात करती है, जबकि एक जन साधारण डिब्बे में महिला सुरक्षित नहीं है। सरकार का दोहरी नीति है। जालंधर से डेहरी-आन-सोन आ रही महिला के बजाय अगर एसी या राजधानी ट्रेन में सफर करने वाली कोई महिला होती तो यह सरकार तुरंत कार्रवाई करती। सरकार गरीबों की नहीं, पूंजीपतियों के ल्एि है।
ऐ माई, हम भइनी टुअरी, बाकी अकासे बारब तोहर दीयरी !
मृत महिला चिंतामनी श्रमिक होने के साथ लोकगायिका थी और अपने गांव मकराई से हजार किलोमीटर से अधिक दूर जालंधर में घरेलू व विभिन्न तरह के सामाजिक कार्यक्रमों में अपना लोक संगीत (गायन-वादन-नृत्य) प्रस्तुत कर भी अपनी जीविका का जुगाड़ करती थी। चिंतामनी की दोनों बेटियां अब अनाथ (मां-पिता हीन) हो चुकी हैं। पहले पिता का और अब मां का भी सहारा छूट गया। पांच-छह वर्ष पूर्व जालंधर में ही चिंतामनी के पति रंग बहादुर (निजी कारखाने में श्रमिक) की मृत्यु डेंगू का शिकार होने से हो गई थी। इसके बाद बड़ा बेटा रोहित जालंधर से लापता हो गया, जिसका पता आज तक नहीं चल पाया। रोहित के परिवार से कहीं अलग हो जाने या फिर हत्या होने का भी संदेह किया जाता है।
चिंतामनी का परिवार कई सालों से जालंधर में रह रहा था। जबकि बेटियां मनीषा और काजल गांव मकराईं में रह रही थी। बड़ी बेटी मनीषा भी लोकगायिका है। मां के श्राद्ध-कार्य के मौके पर मनीषा ने गांव-परिवार के लोगों के बीच अपना संकल्प इस तरह व्यक्त किया है- ऐ माई, हम भइनी टुअरी, बाकी अकासे बारब तोहर दीयरी! अर्थात मां, मां-बाप हीन होने के बावजूद मैं तुम्हारी कला (लोकगायन) को और परवान चढ़ाऊंगी।
शाहजहांपुर जीआरपी ने गिरफ्तार अभियुक्त को किया कोर्ट में पेश
एक आरोपी, जिसे ट्रेन के यात्रियों ने पकड़ रखा था, को पुलिस ने गिरफ्तार किया। शाहजहांपुर राजकीय रेल पुलिस थाना के प्रभारी एके पांडेय के अनुसार, शाहजहांपुर पुलिस ने सोनू यादव उर्फ संतोष को शाहजहांपुर कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद अदालत ने जेल भेज दिया। ट्रेन के साधारण डिब्बे में सफर कर रही महिला को युवक ने अपने बुट तले रौंदकर मौत के घाट उतार दिया। जब महिला ने युवक को सिगरेट पीने से रोकने की कोशिश की तो बहस करते हुए युवक ने अपना आपा खो बैठा और घटना को अंजाम दे दिया। घटना उतर प्रदेश के बरेली-शाहजहांपुर रेल स्टेशनों के बीच की है, जो 8-9 नवम्बर की आधी रात के बाद टाटानगर-अमृतसर सुपरफास्ट ट्रेन (18104 डाउन) में हुई। तब बरेली स्टेशन से खुल चुकी थी। यात्रियों ने एक युवक को पकड़ लिया और उसके दो साथी चेनपुलिंग कर भाग गए।
ट्रेन में नहीं था सुरक्षा बल, मृत महिला के बेटा ने दर्ज कराई जीआरपी में प्राथमिकी
मामले की प्राथमिकी शाहजहांपुर रेल पुलिस थाना में रोहतास जिले के डिहरी-ऑन-सोन निवासी करीब 50 वर्षीय मृत महिला के पुत्र रंजीत कुमार ने दर्ज कराई। महिला चिंतामनी देवी अपने बड़े बेटा रंजीत कुमार, रंजीत कुमार की पत्नी बबीता, साली कविता और छोटे बेटा राहुल के साथ पंजाब के जालंधर से अपने गांव (डेहरी-आन-सोन के मकराईं) आ रही थी। ऊपर वाली सीट पर आजमगढ़ के थाना कप्तानगंज क्षेत्र के राजा पट्टी गांव निवासी सोनू सिगरेट पी रहा था और चिंतामनी देवी ने सिगरेट पीने से मना किया था। विरोध करने पर उसने चिंतामनी को पीटना शुरू कर दिया, फिर धक्का देकर फर्श पर गिरा दिया और पैर से गला दबा दिया। चनहेटी के पास ट्रेन को चेन पुलिंग कर रोका गया और रेलगाड़ी चालक को घटना की जानकारी दी गई। ट्रेन के शाहजहांपुर पहुंचने पर महिला का शव उतारा गया। ट्रेन में सुरक्षा बल तैनात नहींकिया गया था।
(रिपोर्ट व तस्वीर : प्रमोद कुमार अरुण, रविकेश उपाध्याय)
जात-जमात-बिरादरी से अलग सरकार को अपने काम पर भरोसा : नीतीश कुमार
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-वरिष्ठ संवाददाता। करगहर प्रखंड के कुशहरी गांव में पंचायत के मुखिया नारायण राय की मूर्ति का अनावरण करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जात-जमात-बिरादरी व सियासी गुटबाजी से अलग उन्हें अपने काम पर भरोसा है। सरकार के सात निश्चय योजना से बिहार के गांवों की तस्वीर बदलने के लिए यह मुकम्मल प्रयास जारी है कि घर-घर शिक्षा, बिजली, पानी, सड़क, का दस्तक हो जाए। बिहार बहुत बड़ी आबादी गांवों में बसती है, खेती पर निर्भर है, इसीलिए सरकार को किसान परिवार के हित की चिंता अधिक है। शराबबंदी को सख्ती से लागू करने के कारण गरीब परिवारों की ग्रामीण महिलाओं को राहत मिली है। उन्हें पता है कि शराबबंदी को लेकर सोशल मीडिया पर उल्टी-सीधी बातों का प्रचार किया जा रहा है। संप्रदायिक ताकतों को खत्म करने का सकरात्मक प्रयास और अमन का माहौल कायम करना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। कमजोर तबका अपनी खराब माली हालत के कारण अपने बच्चों को शिक्षा देने से वंचित रहता है। मेरी सरकार इस दिशा और सहूलियत मुहैया कराने की दिशा में तत्पर है।
समारोह को वरीय जदयू नेता वशिष्ठ नारायण सिंह, बिहार सरकार के मंत्री जयकुमार सिंह, जदयू विधायक वशिष्ठ सिंह, भगवान सिंह कुशवाहा, रोहतास जिला अल्पसंख्यक अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष असलम अंसारी, जदयू के रोहतास जिला अध्यक्ष नागेंद्र चंद्रवंशी ने भी संबोधित किया।
(रिपोर्ट व तस्वीर : वारिस अली)