बेरुत -सोनमाटी समाचार। इस्लामिक स्टेट समूह (आईएस) ने अल कार्यातैन में सीरियाई शासन के साथ सांठ-गांठ करने के संदेह में 128 लोगों की हत्या कर दी। सरकारी बलों ने इस कस्बे का कब्जा आईएस से छीन लिया था। इसी का बदला लेने के लिए आतंकवादी संगठन ने यह खूनखराबा किया। खबरों के मुताबिक आईएस ने इनमें से अधिकांश नागरिकों को फांसी चढ़ाकर मारा है। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
‘एपी’ के एक विडियो में अल कार्यातैन शहर के लोग ISIS को ‘शैतान’ करार देते हुए बता रहे हैं कि कैसे उसने 100 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतारा है, जिनमें सैनिक और नागरिक शामिल हैं। बीते हफ्ते सीरिया में आईएस के गढ़ माने जाने वाले रक्का को सीरियाई सेना ने मुक्त कराया था। बता दें कि बीते सात सालों से सीरिया युद्ध से जूझ रहा है। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक हिंसा से अब तक 5 लाख लोगों की जान जा चुकी है और देश की आधी आबादी यानी लगभद 1 करोड़ 90 लाख लोग बेघर हो चुके हैं।
दक्षिणी फिलिपींस में ISIS का खात्मा
उधर, दक्षिणी फिलिपींस में सेना और इस्लामिक स्टेट समर्थकों के बीच पांच महीने से चल रही लड़ाई खत्म हो गई है। यह जानकारी सोमवार को देश के रक्षा सचिव ने दी। रक्षा सचिव डेल्फिन लोरेनजाना ने एक क्षेत्रीय सुरक्षा बैठक से इतर बताया कि हम अब मारावी में सभी संघर्ष अभियानों को खत्म करने की घोषणा करते हैं।
ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रमी अब्देल रहमान ने कहा कि कम से केम 128 असैन्य नागरिकों की 20 दिनों में हत्या कर दी गई। अत्यधिक तीव्रता से चले अंतिम संघर्ष के बाद माउते समूह (लानाओ में इस्लामिक स्टेट का स्थानीय नाम) का कोई भी उग्रवादी अब जिंदा नहीं बचा है। इस संघर्ष के बाद 42 शव बरामद किए गए। वह माउते के लड़ाकों का अंतिम समूह था।