शिक्षा ऐसी हो जो सबके काम आए : एसपी वर्मा
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो सबके काम आए, चाहे वह व्यक्तिगत जीवन हो, परिवार हो या समाज हो। बच्चों को शिक्षित बनाने के साथ सोसाइटी के अशक्त लोगों के लिए सेवा-संवेदना की भावना विकसित करना भी विद्यालय की सामाजिक जिम्मेदारी है और संतपाल स्कूल इस बात के लिए निरंतर भरसक बेहतर तरीके से प्रयासरत रहा है। यह बात संतपाल सीनियर सेकेेंड्री स्कूल के अध्यक्ष डा. एसपी वर्मा ने स्कूल की ओर से आयोजित असहाय बाल मेला कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के जरिये स्कूल के विद्यार्थी दिव्यांगों, अति निर्धनों, बेसहारों, वृद्धों को हर साल गर्म ऊनी कपड़ा, शाल, कंबल, चावल, दाल, बिस्कुट, साबुन, पुराने ऊनी कपड़े आदि का वितरण करते हैं। इसके लिए विद्यार्थी अपने पाकटमनी के पैसे से लाखों रुपये बचाकर एकत्र करते हैं। यह आयोजन पिछले 22 सालों से जारी है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रेमचंद ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम का आयोजन समाज के वंचितों को मुख्य धारा से जोडऩे का उपक्रम है। इस तरह का आयोजन विद्यार्थियों में किताबी ज्ञान के अलावा समाज-सेवा का गुण विकसित करने करता है।
असहाय बाल मेला कार्यक्रम के संयोजन में विद्यालय के प्रबंधक रोहित वर्मा, सचिव वीणा वर्मा, ट्रस्टी राहुल वर्मा, प्राचार्य आराधना वर्मा, मानवेन्द्र जी, सुमंत शर्मा, सुधीर रंजन सहाय, अभिषेक राय, डा. जावेद अख्तर, सुशील कुमार सोनी, पवन कुमार प्रिय, रजनीश पाठक, संजय मिश्र, संतोष कुमार सिंह, क्षितिज सिंह, जीएन लाल, डा. अमृता वर्मा, डा. अलका सूद, शिक्षक अर्जुन कुमार, राजगृही तिवारी, अंजनी कुमार, अभिमन्यु सिंह, सुशील कुमार, तापस कुमार सेनगुप्ता, शिव कुमारी, रश्मि श्रीवास्तव, रेनू पांडेय, विनीता श्रीवास्तव, मौसमी दास, एस हाजरा, सुमिता आईंच, माधुरी सिंह, अभिषेक कुमार, रोहिन वर्मा, आदित्य गुप्ता, ऋषभ श्रीवास्तव आदि समाजसेवियों-विद्यार्थियों ने सहयोग किया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : अर्जुन कुमार, मीडिया प्रभारी, संतपाल स्कूल)
सनबीम में विज्ञान, कला हस्तशिल्प प्रदर्शनी
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय संवाददाता। सनबीम पब्लिक स्कूल में विज्ञान, समाज अध्ययन, हस्तशिल्प प्रदर्शनी और व्यंजन मेला का आयोजन किया गया, जिसमें विज्ञान और कला विषयों के विद्यार्थियों ने स्कूल द्वारा निर्धारित विषयों पर अपनी कल्पना के क्राफ्ट (हस्तशिल्प) का प्रदर्शन किया। रेडक्रास सोसाइटी, फाल्कन सिटी, करतारपुर कारीडोर, मोबाइल हास्पिटल, हाइड्रोलिक ट्रैक, स्मार्ट सिटी, स्ट्रीट लाइट, चंद्रयान-2 आदि माडल प्रशंसा करने योग्य थे। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी हिमांशु कुमार पांडेय ने कहा कि हस्तशिल्प प्रदर्शनी में विद्यार्थियों की रूचि का प्रदर्शन होता है तो उनकी कल्पना, मेधा, हुनर और श्रम का भी प्रतिबिंबन होता है। आरंभ में सनबीम स्कूल के प्रबंधक राजीव रंजन कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विद्यार्थियों में सैद्धांतिक ज्ञान के साथ व्यावहारिक ज्ञान का होना जरूरी है, जिसके लिए इस प्रदर्शनी और मेला की उपयोगिता है। अंत में स्कूल की प्राचार्य अनुभा सिन्हा ने धन्यवाद-ज्ञापन करते हुए कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में सृजनात्मक और कलात्मक क्षमता का विकास करना है। प्रदर्शनी के संयोजन में स्कूल के उप प्राचार्य बीके पांडेय, विज्ञान शिक्षक संदीप वर्मा, पवन सिंह, महेंद्र प्रताप, कला शिक्षक विशाल कुमार, सोशल साइंस प्रोजेक्ट के यूके घोष ने प्रेरणा-सुझाव देकर सहयोग किया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : अजय गुप्ता, मो. अफजल)
डेहरी के ईदगाह मुहल्ले में चटकारा ढाबा
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-सोनमाटी समाचार नेटवर्क। वेज और नान-वेज खाद्य-व्यंजन का रेस्टोरेंट चटकारा ढाबा का आरंभ किया गया, जिसके संचालकों में अविनाश सहाय सोनू, संजीव कुमार, मनीष कुमार बंटी शामिल हैं। चटकारा ढाबा के सलाहकार पूर्व राजस्व कर्मचारी शत्रुघ्न श्रीवास्तव ने बताया कि यह ढाबा ईदगाह मुहल्ला में डा. संजय सिंह के निकट खोला गया है, जिसमें होम डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध है।