पटना (कार्यालय प्रतिनिधि)। बिहार में वस्त्र उद्योग के क्षेत्र में विकास की संभावनाओं को तलाशने के उद्देश्य से शनिवार को पटना में केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने राज्य के उद्योग मंत्री नितीश मिश्रा के साथ एक बैठक की। बैठक में रोहित कंसल, अपर सचिव, वस्त्र मंत्रालय, संजीव पौण्ड्रीक, अपर मुख्य सचिव (उद्योग विभाग) बिहार सरकार, अमृत राज, विकास आयुक्त (हस्तकरघा), भारत सरकार राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान के प्रतिनिधि के अलावा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार और बिहार सरकार मिलकर राज्य के वस्त्र उद्योग के विकास की संभवनाओं को चिन्हित करेगी और शीघ्र ही बिहार, भारत के वस्त्र मानचित्र पर एक सशक्त राज्य के रूप में उभर कर आयेगा। उन्होंने कहा कि बिहार में तसर सिल्क, ऐरी सिल्क और गारमेंट क्षेत्र में असीम संभावनाएँ हैं और वो खुद तमिलनाडु के त्रिपुर के बड़े उत्पादकों के सम्पर्क में हैं और शीघ्र ही वहां से कुछ उत्पादक राज्य का दौरा करेगी। उन्होंने आगे कहा कि उनकी मंशा है कि राज्य में वस्त्र उद्योग का समुचित विकास हो और इस क्षेत्र में कम से कम एक से दो लाख रोजगार का सृजन किया सकता है।
केंद्रीय मंत्री श्री सिंह ने आगे कहा कि वस्त्र उद्योग में क़ृषि के बाद सबसे बड़ा रोजगार इसी क्षेत्र में है और करीब 5.5 करोड़ लोग इस क्षेत्र से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि अगले दो वर्षों में इस क्षेत्र में और विकास किया जायेगा तथा लगभग 50 लाख़ अतरिक्त लोगों को रोजगार दिया जायेगा, जिसमें उनका लक्ष्य दो लाख लोगों को बिहार में रोजगार देना है।उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत सरकार, बिहार सरकार को हर संभव मदद देने को तत्पर है और राज्य सरकार से एक ब्लूप्रिंट बनाने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर राज्य के अपर मुख्य सचिव (उद्योग) श्री संदीप पोंड्रिक ने कहा कि राज्य में मानव संस्थान प्रचुर है और राज्य की औद्योगिक नीति किसी भी राज्य से बेहतर है। जरूरत है निवेशकों के बीच अनुकुल वातावरण तैयार करने का। उन्होंने विभिन्न हित धारकों के साथ इस सम्बन्ध में शीघ्र ही एक बैठक के आयोजन का सुझाव दिया।
रिपोर्ट: पीआईबी (पटना), इनपुट: निशांत राज