डेहरी-आन-सोन (रोहतास)- निशांत राज। जयहिन्द सिनेमाघर के मालिक, सोनघाटी पुरातत्व परिषद बिहार इकाई के अध्यक्ष और समाजसेवी विश्वनाथ प्रसाद सरावगी उर्फ विश्व बाबू का रविवार को निधन हो गया। वे कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज बनारस के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। इलाज के क्रम में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। सोमवार को शहर के सोन नदी के तट पर उनका दाह संस्कार किया जाएगा।
विशु बाबू मूल रूप से सिनेमा हॉल के व्यवसायसे तालुक रखते थे। शहर के विकास में भी उनकी गहरी रुचि रही। शहर के विकास को लेकर वे प्रोजेक्ट तैयार करते थे और अधिकारियों के पास पहुंच जाते थे। उनके जमाने में सिनेमा व्यवसाय बहुत प्रतिष्ठित माना जाता था, इसलिए उनके संबंध बड़े अधिकारियों से सहज ही रहते थे, ऐसे में समाज के कार्यों को कार्यान्वित कराने में उन्हें मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता था। वे एक बार डेहरी डालमियानगर नगरपालिका के वार्ड पार्षद भी चुने गए थे।विशु बाबू राजनीतिक रूप से समाजवादी विचार के थे। एक समय था, जब उनके यहां देश- प्रदेश के समाजवादी नेताओं का जमावड़ा लगता था। बसावन बाबू, रामविलास पासवान, कमला सिन्हा आदि नेताओं से उनका गहरा संबंध था। संगीत में उनकी गहरी समझ थी। वे सितार वादन करते थे। सोनघाटी पुरातत्व परिषद बिहार इकाई के अध्यक्ष भी थे। जिले और शहर के पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह, समाजसेवी व मारवाड़ी समाज के अध्यक्ष पवन कुमार झुनझुनवाला, अशोक कुमार सरावगी, कलाप्रेमियों संजय सिंह बाला, पत्रकार उपेंद्र मिश्रा, सतीश मिश्र, जगनारायण पांडे, चंद्रगुप्त मेहरा, सुरेंद्र तिवारी, मदन कुमार, रामावतार चौधरी, सोनघाटी पुरातत्व परिषद बिहार इकाई के सचिव अवधेश कुमार सिंह, उपसचिव उपेंद्र कश्यप, सदस्य निशांत कुमार, सोनघाटी पुरातत्व परिषद झारखंड इकाई के अध्यक्ष अंगद किशोर, संतोष सिंह और व्यवसायियों ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।