पटना (कार्यालय प्रतिनिधि)। लघुकथा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए राष्ट्रीय स्तर पर देश के किसी एक लेखक को दिए जाने वाला श्री रवि प्रभाकर स्मृति सम्मान,’ इस वर्ष 2024 सिद्धेश्वर, पटना को प्रदान किया गया है। यह सम्मान राष्ट्रकवि सरल स्मृति सरल काव्यांजलि साहित्यिक संस्था, उज्जैन (मध्य प्रदेश) द्वारा प्रत्येक वर्ष हिंदी माह के अवसर पर प्रदान किया जाता है। यह सम्मान प्रदान करते हुए संस्था ने लिखा है कि सिद्धेश्वर, पटना (बिहार) ने – ” मंथर मंथर शिखर चढ़े हैं, सृजन के कई मानक गढ़े हैं।”
उल्लेखनीय है कि बिहार के रचनाकारों का पहला लघुकथा संकलन “आदमीनामा ” का संपादन करने वाले, लघुकथा को नई ऊंचाइयां प्रदान करने वाले, लेखन और मनन करने वाले, बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी है सिद्धेश्वर।
सिद्धेश्वर की लघुकथा का मुहावरा लोक और जमीन की अर्थात पर बना है। उनके लेखन में, करुणा, निर्धनता समकालीन समय के यथार्थ से अपनी कलम से उकेरना उन्हें बखूबी आता है। अनथक कर्म योद्धा सिद्धेश्वर सोशल मीडिया पर लगातार लघुकथा सम्मेलन आयोजित कर एक रिकॉर्ड स्थापित किया है। इतना ही नहीं कोरोना काल से ही पूरे देश में पहली बार लघुकथा पाठ कराने वाले सिद्धेश्वर के द्वारा लघुकथा पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई जाती रही है , पूरे देश में बिहार के लिए गर्व का विषय है।
प्रस्तुति : बीना गुप्ता जन संपर्क पदाधिकारी,भारतीय युवा साहित्यकार परिषद , पटना,बिहार,
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