जीवन के रंगों के स्वर शिखर थे मोहम्मद रफी
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। प्रसिद्ध पाश्र्व गायक मोहम्मद रफी की 95वीं जयंती पर सोन कला केेंद्र द्वारा संक्षिप्त गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सोन कोकिला प्रीति सिन्हा, वरिष्ठ गायक राजू सिन्हा, वीरेंद्र कुमार, पिंटू दिलवाले और रवीन्द्र कुमार ने अपनी गायकी प्रस्तुत की। राजू सिन्हा ने मोहम्मद रफी के गाए फिल्म-गीतों का अपने स्वर में प्रभावकारी पुनर्गायन किया, जिनके साथ लता मंगेश्कर की आवाज की सुमधुर संगत प्रीति सिन्हा ने की। सोन कला केेंद्र के संस्थापक सलाहकार नाटककार-पत्रकार कृष्ण किसलय ने फिल्म गायन से लेकर कव्वाली और भजन गायन तक की मोहम्मद रफी की गायकी विस्तार की विशेषता पर संक्षिप्त प्रकाश डाला। इस अवसर पर विशेष तौर पर उपस्थित भारती फिल्म एंड टीवी प्रोडक्शन के निर्देशक-नाटककार डा. धर्मभारती, विद्या निकेतन विद्यालय समूह के मुख्य कार्याधिकारी आनंद प्रकाश और डा. एसके निषाद ने केक काटकर रफी जयंती का शुभारंभ किया। बिहार में पहली बार दाउदनगनर में 4, 5, 6 जनवरी को आयोजित अंतराष्ट्रीय बाल फिल्म उत्सव के बारे में जानकारी देते हुए संयोजन अध्यक्ष डा. धर्मवीर भारती, संयोजन संरक्षक आनंद प्रकाश और संयोजन समिति के सदस्य उपेंद्र कश्पय (पत्रकार) ने सोन कला केेंद्र और इसकी सहधर्मी संस्थाओं को आमंत्रित किया।
सोन कला केेंद्र के उपसचिव सत्येन्द्र प्रसाद गुप्ता (फिल्म अभिनेता) ने बताया कि भोजपुरी फिल्म छोटकी ठकुराइन 28 दिसम्बर को रीलीज हो रही है। कार्यकारी अध्यक्ष जीवन प्रकाश ने कार्यक्रम का सोशल मीडिया (फेसबुक) की अपनी पेज-वाल पर लिंक कर लाइव रिकार्डिंग करने का और यूट्यूब पोस्ट (अपना 24 न्यूज) के लिए रिकार्डिंग के साथ सोशल मीडिया (वाह्टसएप) के लिंक पर साझा करने का कार्य पत्रकार वारिस अली, गौतम शर्मा ने किया। साउंड सिस्टम गुलशन कुमार, सन्नी, सिंटू ने संभाला। आरंभ में सोन कला केेंद्र के अध्यक्ष दयानिधि श्रीवास्तव ने आगतों का स्वागत करते हुए संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी और अंत में सचिव निशांत राज ने धन्यवाद-ज्ञापन किया। सोन कला केेंद्र के संस्थापक सलाहकार जगनारायण पांडेय (पत्रकार), विशेष सदस्य पारस प्रसाद (वित्त परामर्शी), उपाध्यक्ष सुनील शरद, अरुण शर्मा, सुशील कुमार सिंह ओम, कोषाध्यक्ष राजीव सिंह, उप कोषाध्यक्ष नंदकुमार सिंह, कार्यकारी सदस्य अमिता पांडेय, सुधांशु ओझा (संगीत प्रशिक्षण केेंद्र), उदय पांडेय, रामनारायण सिंह, मुकेश सोनी आदि सदस्य मौजूद थे।
(रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज)
बेनीपुरी जयंती पर हुआ लघुकथाओं का पाठ
पटना (सोनमाटी प्रतिनिधि)। हिन्दी साहित्य सम्मलेन सभागार में रामवृक्ष बेनीपुरी की जयंती के अवसर पर लघुकथा पाठ का आयोजन किया गया। हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा. अनिल सुलभ की अध्यक्षता में हुए समारोह में विद्वान वक्ताओं ने रामवृक्ष बेनीपुरी के व्यक्तित्व-कृतितत्व पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने लघुकथा विधा के बारे में बताया कि बीसवीं शताब्दी के सातवें दशक में समकालीन कथाकारों के लगातार विमर्श के बाद लघुकथा विधा का सैद्धांतिक स्वरूप सामने आया। कमलेश्वर, अवधनारायण मुद्गगल, वाल्टर भेंगरा तरुण आदि ने सारिका, कथायात्रा, कृतसंकल्प जैसी पत्रिकाओं के लघुकथा विशेषांक निकालकर लघुकथा को एक विधा के रूप में स्थापित करने का कार्य किया। लघुकथा संगोष्ठी में डां शंकर प्रसाद (मैं शर्मिंदा हूं), सिद्धेश्वर (फोकट की पढाई), डा. सीमा रानी (प्रतीक्षा), कुमार अनुपम (मैं पहले से ही खुश हूं), पूनम आनंद (वेरी सिंपल), योगेन्द्र मिश्र (खुले आकाश का पंछी), कृष्णरंजन सिंह (ज्वार भाषा), लता प्रासर (मर्मश्), श्रीकांत व्यास (कोयला और पत्थर), डा. मनोज गोवर्धनपुरी (रानी मां), नूतन सिंहा (मां-पुत्र), प्रेमलता सिंह (पगला बाबा), किरण सिंह (आदर्श बाबू), नंद आदित्य (छोटा आकार), नम्रता (मेरी मां), रेखा भारती (पेंशन), डा. पुष्पा जमुआर (जलन), चितरंजन भारती (अच्छा कौन), प्रभात कुमार धवन (कारावास) और राज किशोर वत्स (काना राजा) ने अपनी लघुकथाओं का पाठ अपने-अपने अंदाज में प्रस्तुत किया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : सिद्धेश्वर, 9234760365)
पत्रकार महासंघ का होगा विस्तार
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)-सोनमाटी प्रतिनिधि। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के तत्वावधान में 02 फरवरी को संगठन के लिए बेहतर कार्य करने वाले पदाधिकारियों और जिला इकाइयों को सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए महासंघ के प्रांतीय प्रवक्ता रमाकांत त्रिपाठी ने बताया कि संगठन के विस्तार और मजबूत बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है।