बिहार में भी हरियाणा की तरह लिंगानुपात चिंताजनक – पूनम सिंह
पटना, डेहरी-आन-सोन (बिहार)-सोनमाटी समाचार। बिहार में भी बेटियों के जन्म पर तलवार लटकी रहती है, जहां हरियाणा की तरह लिंगानुपात चिंताजनक है। इसीलिए भाजपा ने केेंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत लोगों को जागरुक बनाने का फैसला लिया है। इसके लिए जिलों के बाद प्रखंड व पंचायत स्तर पर प्रकोष्ठ बनाने की तैयारी जारी है।
यह जानकारी देते हुए भाजपा की प्रदेश सचिव पूनम सिंह ने बताया कि लड़कियों को संरक्षण देने और सशक्त बनाने के लिए निम्न लिंगानुपात वाले जिलों में यह योजना शुरू की गई है।
जागरुकता के लिए 13 जिलों का चयन
उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने जागरुकता के लिए केेंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत बिहार के 13 जिलों औरंगाबाद, गया, खगडिय़ा, बेगूसराय, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सीतामढ़ी, शेखपुरा, मुजफ्फरपुर, नवादा, बांका व जमुई का चयन इस योजना के लिए किया है।
उन्होंने बताया कि देश में 1951 में प्रति हजार पुरुषों पर 946 महिलाएं थीं, जो 2011 की जनगणना में घटकर 918 रह गई। अब इस चिंताजनक स्थिति के खिलाफ पूरे समाज के खड़े होने का समय आ चुका है।