विद्या निकेतन का 40 वां वार्षिकोत्सव
दाउदनगर (औरंगाबाद)-सोनमाटी समाचार। संस्कार विद्या, विद्या निकेतन एवं किड्ज वर्ल्ड के सीएमडी सुरेश कुमार ने कहा कि शिक्षा का मतलब अक्षर ज्ञान नहीं, बल्कि सर्वांगीण विकास है। विश्व पटल पर बच्चे अपनी प्रतिष्ठा स्थापित कर सकें, इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं।
विद्या निकेतन के 40 वां वार्षिकोत्सव के अवसर पर सुरेश कुमार ने विद्या निकेतन के जन्म से लेकर अब तक के 40 वर्ष की यात्रा के उतार-चढ़ाव की चर्चा की। इन्होंने कहा कि कहा कि यहां की बड़ी आबादी को शिक्षा ग्रहण करने के लिए बेहतर से बेहतर सुविधा देने के लिए शीघ्र ही प्लस टू का भी सीबीएसई बोर्ड से अफलिएशन लेने का प्रयास है। इसके बाद क्षेत्र के बच्चों को इंटर के लिए भी बेहतर पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध होगी।
कार्यक्रम का संचालन संदीप कुमार ने किया। वार्षिकोत्सव के अवसर पर सीईओ आनन्द प्रकाश, डॉ. मनोज कुमार, विद्या सागर, प्राचार्य सरयू प्रसाद, प्रशासनिक अधिकारी संदीप कुमार उपस्थित रहे।
कई प्रतियोगिताओं का आयोजन :
वार्षिकित्सव पर कई तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता के लिए हमारा विद्यालय विद्या निकेतन, ऐतिहासिक धरोहर दाउदनगर का किला, पाचन तंत्र व्यवस्था और जल समस्या विषय था। इसके लिए चंदौली में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. धीरेंद्र कुमार एवं लेखक-पत्रकार उपेन्द्र कश्यप निर्णायक मंडल में रहे।
गमला प्रतियोगिता के लिए मालती देवी, डॉ. मनोज कुमार, रेखा देवी और किरण अखौरी निर्णायक मंडल की सदस्य रहे। सभी जजों ने प्रत्यक्ष पोस्टर और गमला को देख कर प्रतियोगियों को अंक दिया। संगीत प्रतियोगिता के लिए गिरिजा ठाकुर एवं चंदन कुमार जज रहे।
मेहंदी प्रतियोगिता में बतौर जज मालती देवी और रेखा गुप्ता ने बच्चियों के हाथ पर रची मेहंदी कला को अंक दिया।
सांप्रदायिक और जातीय दंगा कराने की कोशिश नाकाम
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