सोनउत्सव-2020 में नगर-भ्रमण जागृति झांकी / कोरोना से बचाव को आइसोलेट वार्ड / करें परहेज और गर्मी का इंतजार

सभागार में अंतरजिला नृत्य प्रतियोगिता, सड़क पर सोन संस्कृति झांकी

डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। सांस्कृतिक सर्जना की संवाहक संस्था सोन कला केेंद्र की ओर से 18 और 19 मार्च को संयोजित सोनउत्सव-2020 की तैयारी बैठक पाली रोड स्थित प्रसाद हार्ट क्लिनिक परिसर में संस्था के संरक्षक वरिष्ठ चिकित्सक डा. श्यामबिहारी प्रसाद की अध्यक्षता में हुई। तय किया गया कि 19 मार्च को नगर-भ्रमण जागृति झांकी लुप्तप्राय प्राचीन वाद्ययंत्रों के साथ निकलेगी, जिसमें सोन नद के पाश्र्ववर्ती बिहार-झारखंड के कलाकार रूपक वेश-भूषा में सोन अंचल की संस्कृति, आदिवासी नृत्य, पर्यावरण आदि का प्रदर्शन करेंगे। तय किया गया कि नगर-भ्रमण सांस्कृतिक जागृति झांकी के अंतर्गत शहर की मुख्य सड़कों (रिंगरोड) पर वैज्ञानिक राष्ट्रपति डा. एपीजे कलाम, राष्ट्रीय संविधान के नीतिकार डा. भीमराव अंबेडकर, लोक कलाकार भीखारी ठाकुर के साथ गायन-वादन-नर्तन के प्रसिद्ध दिवंगत कलाकारों की स्मृति में तोरणद्वार बनाए जाएंगे, जहां झांकियों का स्वागत पुष्प-प्रेक्षण से होगा। 18 मार्च को सूर्या वैन्क्वेट हाल में तीन श्रेणियों (एकल जूनियर-सीनियर और समूह) में अंतरजिला नृत्य प्रतियिोगिता होगी। सोनउत्सव-2020 में जयपुर घराना की कत्थक नृत्यांगना काव्या मिश्रा स्वतंत्र प्रस्तुति देंगी। कार्यक्रम-अंतराल में सोनकोकिला प्रीति राज और वरिष्ठ गायक राजू सिन्हा का गायन भी होगा। बालीवुड के निर्देशक सुजीत सुमन, अभिषेक गुप्त निर्णायक-मंडल में होंगे और धर्मवीर फिल्म-टीवी प्रोडक्शन की इनपुट निर्देशक डाली भारती, सोन कला केेंद्र के अमूल्य सिन्हा विभिन्न कार्यक्रमों की एंकरिंग करेंगे। बैठक में बताया गया कि नृत्य प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने वाले कलाकार को सुजीत सुमन ने अपनी अगली फिल्म की कोरियोग्राफी में स्थान देने की घोषणा की है। धर्मवीर फिल्म-टीवी प्रोडक्शन के निर्देशक डा. धर्मवीर भारती भी सोनउत्सव-2020 के सम्मानित अतिथि होंगे। यह दो दिवसीय सोन अंचल सांस्कृतिक संयोजन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ समाप्त होगा।


बैठक में सोन कला केेंद्र के संरक्षक अरुण कुमार गुप्ता, संरक्षक राजीव रंजन (सनबीम स्कूल), संस्थापक सलाहकार कृष्ण किसलय (सोनमाटी मीडिया समूह), अध्यक्ष दयानिधि श्रीवास्तव, कार्यकारी अध्यक्ष जीवन प्रकाश, उपाध्यक्ष उपेंद्र कश्यप (लेखक-पत्रकार), अरुण शर्मा, सचिव निशांत राज, उपसचिव सत्येन्द्र गुप्ता (फिल्म अभिनेता), कोषाध्यक्ष राजीव सिंह, उपकोषाध्यक्ष नंदकुमार सिंह, सदस्य चंदन तिवारी, गुलशन कुमार, प्रमोद कुमार, आकाश कुमार के साथ सहधर्मी संस्थाओं सोनघाटी पुरातत्व परिषद और टीमइंडिया बैडमिंटन क्लब के पदाधिकारियों फिजियोथेरापिस्ट डा. संजय कुमार, वार्ड पार्षद मोहन सिंह यादव, मुखिया कन्हैया सिंह, अभियंता प्रमोद कुमार सिंह, प्रदीप कुमार, संजय कुमार तिरुपति, रामनारायण सिंह आदि उपस्थित थे।
(रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज)

कोरोना से बचाव को जीएनएसयू में बना आइसोलेट वार्ड

जमुहार (डेहरी-आन-सोन)-विशेष संवाददाता। गोपालनारायणसिंह विश्वविद्यालय (जीएनएसयू) के अंतर्गत संचालित नारायण चिकित्सा महाविद्यालय (एनएमसीएच) में कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर एक आइसोलेट वार्ड बनाया गया है। एनएमसीएच के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रमनारायण सिंह और अस्पताल अधीक्षक (चिकित्सा) डा. प्रभात कुमार के अनुसार, आइसोलेटे वार्ड में 10 मरीजों के इलाज का इंतजाम है। इस वार्ड के लिए चिकित्सक के साथ प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ, स्टारलाइजेशन सिस्टम, मास्क आदि की व्यवस्था है। हालांकि एनएमसीएच में कोरोना वायरस जांच-प्रयोगशाला नहींहै, मगर संदिग्ध मरीज का रक्त नमूना परीक्षण के लिए बाहर भेजने की व्यवस्था की गई है। 80 से अधिक देशों में विस्तार और तीन हजार से अधिक लोगों की मौत होने के कारण दुनिया भर में अफरा-तफरी की स्थिति है और कोरोना वायरस विश्व चिंता का विषय बना हुआ है। अभी तक बिहार के इस सीमावर्ती ग्रामीण इलाके में कोरोना वायरस से पीडि़त मरीज की पहचान नहीं हुई है, मगर एनएमसीएच ने अपनी तैयारी एहतियातन की है।
पूरी दुनिया वाणिज्य गांव में तब्दील : जीएनएसयू के अंतर्गत जनसंचार एवं पत्रकारिता महाविद्यालय में नवयुग वाणिज्य विषय पर आयोजित संगोष्ठी में अपने विशेषज्ञ व्याख्यान में गूगल कंपनी की क्षेत्रीय वाणिज्य प्रबंधक डा. अनुभा उपाध्याय ने कहा, इंटरनेट युग में कारोबार का इतना व्यापक विस्तार हुआ है कि पूरी दुनिया वैश्विक वाणिज्यिक गांव में बदल गई है। दूर देश के उत्पादों की आपूर्ति आज गांव-गांव तक आसान हो चुकी है। दुनिया की दूसरी सर्वाधिक उपभोक्ता संख्या वाले भारत में इंटरनेट आधारित कारोबार के विस्तार की व्यापक संभावना है। आरंभ में जीएनएसयू के कुलपति डा. एमएल वर्मा ने डा. अनुभा उपाध्याय को पुष्पगुच्छ देकर विश्वविद्यालय की ओर से सद्भावना सम्मान प्रकट किया। संगोष्ठी में जनसंचार एवं पत्रकारिता के विद्यार्थियों के साथ जीएनएसयू के परीक्षा नियंत्रक डा. कुमार आलोक प्रताप, प्रबंध संस्थान के डीन डा. आलोक कुमार, जनसंचार विभागाध्यक्ष डा. अमित मिश्र, सूचना तकनीक विभागाध्यक्ष डा. अभिषेक श्रीवास्तव, नर्सिंग कालेज के उपप्राचार्य नितेश कुमार, अध्यापक फेमिना हुसैन, कुमुद रंजन, निखिल निशांत आदि ने भाग लिया।
किडनी दिवस पर संगोष्ठी : दूसरी तरफ, किडनी दिवस के अवसर पर एनएमसीएच और मेडिकल सर्जिकल नर्सिंग के तत्वावधान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें शरीर संरचना (एनाटोमी) पर विषय विशेषज्ञ वक्ताओं ने चर्चा की और किडनी सहित अन्य अंगों की जानकारी दी। वक्ताओं ने बताया कि किडनी खून को साफ करने का काम करता है और खून के जरिये ही शरीर के सभी अंगों में आक्सीजन, ऊर्जा पहुंचती है। जीएनएसयू के कुलपति डा. एमएल वर्मा, प्रबंध निदेशक त्रिविक्रमनारायण सिंह, एनएमसीएच के महाप्रबंधक (संचालन) उपेंद्र कुमार सिंह, नेफ्रोलाजी विभाग के अध्यक्ष डा. विनोद कुमार सिंह, मेडिसिन विभाग के डा. नीरज, डा. रवीन्द्र सिंह, एनएनसी की प्राचार्य डा. वंदना दत्ता, उपप्राचार्य नितेश कुमार के साथ एम्स पटना के नर्सिंग कालेज के सहायक प्राध्यापक अतहर जावेद, इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज के नर्सिंग कालेज की सहायक प्रोफेसर ममता कुमारी ने संगोष्ठी में अपने-अपने विषय पर जानकारी रखी। कार्यक्रम का संयोजन-संचालन एनएनसी के शिक्षक सुजीत थामस और कुमारी एलिजाबेथ के साथ छात्र-छात्राओं ने किया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, जीएनएसयू)

करें परहेज और गर्मी का इंतजार

सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। कोरोना वायरस की दस्तक भारत के कुछ हिस्सों में हो चुकी है। चीन से विस्तारित हुए यह खतरनाक वायरस दुनिया भर में तीन हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। भारत मेंंकरीब 50 लोगों में इसके होने की पुष्टि हुई है। भारत सहित सभी देशों में विदेश से आने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है। पीडि़तों को बचाने के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कई कदम उठाए हैं। दिल्ली सरकार ने बचाव के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। कोरोना वायरस को खत्म करने वाली दवा इजाद नहीं हुई है। एहतियात ही इससे बचाव का उपाय है। हाथों की त्वचा के जरिये शरीर के अंदर कोरोना वायरस के प्रवेश की पुष्टि चिकित्सकों ने की है। इसलिए हाथ मिलाने के बजाय हाथ जोड़कर अभिवादन की सलाह दी जा रही है। शहर के वरिष्ठ सर्जन डा. कमलेश कुमार सिंह और डा. विनय तिवारी ने सोनमाटी संवाददाता से बातचीत में बाजारू, डिब्बाबंद खान-पान से परहेज करने, सर्दी-खांसी-बुखार होने पर निकटवर्ती चिकित्सक से संपर्क करने, मास्क पहनकर चलने, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर आने-जाने से गुरेज करने, गंदगी से दूरी बनाए रखने, बासी चीजों के सेवन से बचने, थोड़ा-थोड़ा हल्का गर्म पानी पीने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि गर्मी बढऩे का इंतजार करना होगा, क्योंकि 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर यह वायरस निष्क्रिय हो जाता है।
(रिपोर्ट : अर्जुन कुमार)

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