हिंदी दिवस पखवारा के समापन पर साहित्यकार हुए सम्मानित

तीन संस्थाओं ने संयुक्त रूप से 52 साहित्यकारों किया सारस्वत अलंकरण, अवध साहित्य अकादमी ने भी दिया 22 साहित्यकारों को अनन्य हिंदी सहयोगी सम्मान

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)-सोनमाटी संवाददाता। अखिल भारतीय साहित्यिक सांस्कृतिक व सामाजिक संस्था अनिल अभिव्यक्ति धामपुर, तारिका विचार मंच प्रयाग एवं साहित्यांजलि प्रभा प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी दिवस पखवारा समापन समारोह के अंतर्गत देशभर के 52 साहित्यकारों को हिंदी वारिधि सम्मान 2022 से सारस्वत अलंकरण प्रदान किया गया।
उपरोक्त जानकारी डॉक्टर अनिल कुमार शर्मा एवं डा. भगवान प्रसाद उपाध्याय ने संयुक्त रूप से दी। इस सम्मान के अंतर्गत बाबा कल्पेश जी, अनिल कुमार पांडेय, आनंद पाठक अभिनव, आनंद सिंघनपुरी, कवि संगम त्रिपाठी, केशव प्रकाश सक्सेना, जयप्रकाश तिवारी, डा. विजयानंद, डा.गीता पांडेय अपराजिता, डा. अशोक गुलशन, डा. ओम प्रकाश हयारण दर्द, डा. त्रिलोकी सिंह, डा. नीलिमा मिश्रा, डा. बालकृष्ण पांडेय, डा. राम कुमार बेहार, डा. रमेश कटारिया पारस, रसिक किशोर सिंह नीरज, डा. राम लखन चैरसिया, तुलसी देवी तिवारी, देवी चरण पांडेय चरण, पं० राकेश मालवीय मुस्कान, डा. शरद नारायण खरे, मीरा सिन्हा, योगेंद्र कुमार मिश्र विश्वबंधु, राम लखन गुप्ता, डा. रामसहाय बरैया, लाल देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव, विजय तन्हा, सुधाकांत मिश्रा वेलाला, सतीश बब्बा, डा. रामप्यारे प्रजापति, कौशल पांडेय, डा. सत्य प्रकाश पांडेय, रोशन कुमार झा, नरेश कुमार आष्टा जसप्रीत कौर प्रीत, शिवेश्वर दत्त पांडेय, श्याम नारायण श्रीवास्तव, डा. वीरेंद्र सिंह कुसुमाकर, डा. राजेंद्र शुक्ला, जयप्रकाश शर्माप्रकाश, डा. शंभू नाथ त्रिपाठी अंशुल, राम नाथ सुमन प्रियदर्शी, डा. कृष्णमणि चतुर्वेदी मैत्रेय, सुधेन्दु ओझा, संदीप कुमार बालाजी, आदित्य प्रकाश दुबे पथिक, मीरा भार्गव सुदर्शना, श्याम फतनपुर, प्रेम सिंह राजावत प्रेम, पवन कुमार सूरज और महेंद्र प्रसाद दुबे अमन को उपरोक्त अलंकरण प्रदान किया गया एवं सभी सम्मानित साहित्यकारों को सम्मान पत्र भी दिया गया है।
उधर, अवध साहित्य अकादमी ने भी हिंदी पखवाड़ा समापन पर समारोह आयोजित कर 22 साहित्यकारों को अनन्य हिंदी सहयोगी सम्मान प्रदान किया हैं।
उपरोक्त जानकारी अकादमी के अध्यक्ष डा. भगवान प्रसाद उपाध्याय ने देते हुए बताया कि प्राप्त प्रविष्टियों के आधार पर इस वर्ष का अनन्य हिंदी सहयोगी सम्मान उषा किरण शुक्ल बस्ती, डा. उदय नारायण उदय कानपुर, सर्वेश कांत वर्मा सुल्तानपुर, जया मोहन प्रयागराज, अनिल कुमार वर्मा मधुर सुल्तानपुर, षीला गौरभि तिरुअनंतपुरम, राहुल द्विवेदी स्मित लखनऊ, डा. वीरेंद्र कुमार दुबे जबलपुर, डा. इसपाक अली बेंगलुरु, डा. जयप्रकाश तिवारी लखनऊ, रवींद्रनाथ श्रीवास्तव विमल अंबेडकरनगर, डा. सतीश चंद्र शर्मा सुधांशु बदायूं, विद्यासागर मिश्रा सागर लखनऊ, अवजीत अवि बदायूं, राजेंद्र श्रीवास्तव ग्वालियर, अशोक कुमार बाजपेयी कानपुर, डा. मोनिका देवी, डा. आर सपना शामली , डा.विष्णुप्रसाद पाठक लखनऊ, डा.नरेंद्र शुक्ला पंचकूला, तारकेश्वरी सुधि जयपुर, भारत दोसी बांसवाड़ा, रमेश कटारिया पारस ग्वालियर को उनकी पुस्तकों पर अनन्य हिंदी सहयोगी सम्मान 2022 दिया गया सभी रचनाकारों का सम्मान पत्र साहित्य उपहार के साथ डाक द्वारा उनके पते पर प्रेषित किया जा रहा है।


(रिपोर्ट, तस्वीर: डा. भगवान प्रसाद उपाध्याय)

Share
  • Related Posts

    शाहाबाद टूरिज्म सर्किट बनाने की भी हुई मांग, राजनेताओं और बुद्धिजीवों का हुआ जुटान

    डेहरी-आन-सोन (रोहतास) -कार्यालय प्रतिनिधि। देश की राजधानी नई दिल्ली में शाहाबाद के ऐतिहासिक सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से…

    Share

    बिहार के बुनकर कमलेश कुमार राष्ट्रीय हथकरघा पुरस्कार के लिए चयनित

    पटना / भागलपुर -कार्यालय प्रतिनिधि। बिहार के नालंदा ज़िले के सिलाव, नेपुरा के पारंपरिक हथकरघा बुनकर कमलेश कुमार को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय हथकरघा पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। हथकरघा…

    Share

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

    You Missed

    शाहाबाद टूरिज्म सर्किट बनाने की भी हुई मांग, राजनेताओं और बुद्धिजीवों का हुआ जुटान

    शाहाबाद टूरिज्म सर्किट बनाने की भी हुई मांग, राजनेताओं और बुद्धिजीवों का हुआ जुटान

    बिहार के बुनकर कमलेश कुमार राष्ट्रीय हथकरघा पुरस्कार के लिए चयनित

    बिहार के बुनकर कमलेश कुमार राष्ट्रीय हथकरघा पुरस्कार के लिए चयनित

    जन सुराज का डेहरी में जनसंवाद कार्यक्रम

    जन सुराज का डेहरी में जनसंवाद कार्यक्रम

    सेंट माइकल्स स्कूल के छात्रों ने जाना कृषि विज्ञान का भविष्य

    सेंट माइकल्स स्कूल के छात्रों ने जाना कृषि विज्ञान का भविष्य