– भारत के जवानों ने 18 हजार फीट ऊंचे हिमालय के शिखर पर माइनस 30 डिग्री के भीषण ठंड में भी तिरंगा लेकर किया गश्त,
– राजधानी दिल्ली के राजपथ पर दिखा शौर्य व देश के लिए मर मिटने का जज्बा, सैन्य शक्ति का हुआ दमदार प्रदर्शन
– सैन्य महिला दस्ता (सीमा भवानी) ने पहली बार दिखाया मोटरसाइकिल का करतब
– पहली बार 10 मेहमान राष्ट्र अध्यक्ष हुए शामिल, देश के 61 खास आदिवासी मेहमान भी थे आमंत्रित
– डेहरी-आन-सोन, दाउदनगर, सासाराम सहित बिहार में भी जगह-जगह निकाली गईं झांकियां, हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम, अंसार कांफ्रेेंस ने बांटे गरीबों मेंं कंबल वितरण
सीमा की सुरक्षा का नमन करने योग्य प्रदर्शन
नई दिल्ली/पटना/डेहरी-आन-सोन (सोनमाटी समाचार)। भारत के 69वें गणतंत्र दिवस पर इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने भी शून्य से भी 30 डिग्री नीचे की अति भीषण और हड्डियों को जमा देने वाली ठंड में एक हाथ में बंदूक तो दूसरे में तिरंगा लेकर गश्त लगाई। भारत के सबसे ऊंचे मुकुट हिमालय की बेहद ठंडी बर्फीली वादियों में देश की शान तिरंगे को देश के जवानों ने फहराया। शौर्य, दृढ़ता और देश के लिए मर मिटने के जज्बे से भरे सैन्य बल के जवानों ने 18 हजार फीट की ऊंचाई पर माइनस 30 डिग्री की भीषण ठंड में भी हाथों में तिरंगा थामे सीमा की सुरक्षा का नमन करने योग्य प्रदर्शन किया।
महिला फ्लाइट लेफ्टिनेंटों की एयरफोर्स की टुकड़ी ने किया नेतृत्व
दिल्ली में इस मौके पर राजपथ पर निकाले गई परेड में 20 साल बाद आईटीबीपी के जवानों ने शिरकत किया। परेड में आयकर विभाग की झांकी को भी शामिल किया गया। परेड में महिला फ्लाइट लेफ्टिनेंटों (चंदा, अदिति बाली और अमरदीप कौर) ने एयरफोर्स की टुकड़ी का नेतृत्व किया। बॉर्डर सिक्यॉरिटी फोर्स महिलाओं ने खूब करतब दिखाए। महिला दस्ता (सीमा भवानी) ने पहली बार राजपथ पर मोटरसाइकिल का करतब दिखाया। सीमा भवानी की महिला जवानों ने मोटरसाइकिल पर कई तरह के करतब दिखाए। नौसेना की झांकी में स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत का प्रदर्शन किया गया। इसे 2020 में नेवी में शामिल करने का फैसला लिया गया है। डीआरडीओ की ओर से निर्भय मिसाइल और अश्विनी राडार सिस्टम का भी प्रदर्शन हुआ।
10 विशेष राष्ट्र्रीय अतिथि, 61 आदिवासी मेहमान भी
पहले की परंपरा के मुताबिक गणतंत्र दिवस की परेड में आमतौर पर एक विशेष राष्ट्र्रीय अतिथि को आमंत्रित किया जाता रहा है। कई बार दो विशेष राष्ट्र्रीय अतिथि भी आए हैं, लेकिन ऐसा पहली बार 10 देशों के राष्ट्राध्यक्ष (सभी आसियान देश) शामिल हुए। केंद्र सरकार की ओर से देश के विभिन्न हिस्सों से गणतंत्र परेड देखने के लिए 61 आदिवासी मेहमानों को भी आमंत्रित किया था।
देश के लिए विज्ञान-तकनीक की दिशा में सक्रियता पर बल
सासाराम (बिहार) में जिले के अग्रणी विद्यालय संतपाल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल में विद्यालय के अध्यक्ष एसपी वर्मा, प्रबंधक राहुल वर्मा ने झंत्तोलन के बाद विद्याििर्थयों को संबोधित करते हुए देश-समाज के लिए निरंतर सघन बौद्धिक श्रम पर और विज्ञान-तकनीक की दिशा में भी सक्रिय होने का संदेश दिया।
सामाजिक संस्कारों के प्रति सचेत रहने का आह्वान
डेहरी-आन-सोन (रोहतास) में शहर के अग्रणी विद्यालय सनबीम पब्लिक स्कूल में झंत्तोलन के बाद प्राचार्या अनुभा सिन्हा, प्रबंधक राजीव रंजन ने विद्यार्थियों से पढ़ाई प्रति सदा गंभीर और सामाजिक संस्कारों के प्रति सचेत बने रहने का आह्वान किया।
आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुति
डालमियानगर (रोहतास) के प्रतिष्ठित विद्यालय माडल स्कूल में गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शहर के प्रतिष्ठित संगीतकार संजय सिन्हा के गायन-वादन व निर्देशन में छात्र-छात्राओं ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। मृत रोहतास उद्योग परिसर में झंत्तोलन के बाद शासकीय परिसमापक (पटना) हिमांशु शेखर और डालमियानगर के प्रभारी अधिकारी एआर वर्मा ने राष्ट्रीय अस्मिता की रक्षा की बातें कहीं।
देश-समाज के लिए भी सक्रियता का संदेश
दाउदनगर (औरंगाबाद) में भगवान प्रसाद शिवनाथ प्रसाद बीएड कालेज में महाविद्यालय के सचिव डा. प्रकाश चंद्रा ने झंत्तोलन किया। झंत्तोलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डा. प्रकाश चंद्रा और कालेज के प्राचार्य डा. अजय सिंह ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए उनसे अपने व अपने परिवार के लिए बेहतर करियर निर्माण के साथ देश व समाज के लिए भी यथासंभव सक्रिय योगदान देने का संदेश दिया। बीएड कालेज के छात्र-छात्राओं ने आकर्षक झांकी भी निकाली।
अंसार कांफ्रेेंस ने बांटे गरीबों मेंं कंबल वितरण
डेहरी-आन-सोन के नगर भवन में इस अवसर पर अंसार कॉन्फ्रेंस के तत्वावधान में कम्बल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें निराश्रितों, गरीबों, विकलांगों को कंबल बांटे गए। कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए शाहाबाद पुलिस प्रक्षेत्र के डीआईजी डा. कुमार एकले ने कहा कि गरीबों की सेवा ही दुनिया का सबसे बड़ा पुनीत कार्य है। समाज के गरीबों की मदद के लिए समाज के सामथ्र्यवान लोगों को हमेशा ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने स्वयंसेवी संगठनों को इस दिशा में लगातार सक्रिय रहने का आह्वान किया।
संगठन अंसार कान्फ्रेंस के अध्यक्ष मुमताज अंसारी ने कहा कि गरीब-गुरबे के हितों की सुरक्षा के साथ गरीबों की आर्थिक सहायता भी अंसार कॉन्फ्रेंस की प्राथमिकता में शामिल है। महासचिव जमिल अंसारी ने बताया कि इससे पहले शहर में जगह-जगह अलाव जलाने की व्यवस्था की गई थी, जिसके बाद कम्बल वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन जावेद अनवर ने किया।
(वेब रिपोर्टिंग व तस्वीरें : वरिष्ठ संवाददाता वारिस अली, प्रबंध संपादक निशांत राज)