डेहरी-आन-सोन (रोहतास) कार्यालय प्रतिनिधि । उगते सूर्य को जलार्पण के साथ आज चार दिवसीय महान छठ पर्व का संपन्न हुआ। सोन नद तट के सबसे बड़े शहर डेहरी-आन-सोन में भी हजारों छठव्रतियों ने निष्ठापूर्वक छठव्रत रखा और सूर्य-पूजन किया। जलार्पण के बाद प्रसाद-ग्रहण कर छठव्रतियों ने दो दिन का अपना उपवास समाप्त कर व्रत पूरा किया। इसके बाद पूजा-घाटों पर और फिर घर-घर प्रसाद वितरण किया गया। सोन तट पर शहर-गांवों से लाखों की संख्या में छठव्रतियों के परिजन-मित्र उपस्थित होकर प्रसाद प्राप्त किया।साथ ही और सजावट और रोशनी का लुफ्त उठाएं ।
छठ के मौके पर शहरों-गांवों के स्थानीय व स्वयंसेवी संस्थाओ ने नदी और तालाब घाटों तक जाने वाले मार्ग में साफ-सफाई, अस्थाई घाट का निर्माण, साउंड और लाइट की व्यवस्था की।
इसके अलावा शहर के गलियों में, चौक चौराहों पर तोरण द्वार बनाए। इसके साथ ही कोरोना जागरूकता का प्रसार किया ।
संस्थाओ द्वारा किए गए सजावट की तरह हर घाटों को, शहर की गलियों एवं चौक-चौराहों को झालरों एवं दूधिया रोशनी से भर दिया गया। शाम होते ही शहर में रंगीन रोशनी की जगमगाहट हर तरफ दिखता। पूरा शहर रोशनी में डूबा हुआ, भव्य तोरण द्वार जिसकी भव्यता एवं प्राकृतिक सौंदर्य देखते ही बनती।
वहीं दूसरी तरफ नगर परिषद, डेहरी- डालमियानगर के तरफ से नई पहल कर करोना जांच एवं कोविड टीकाकरण, गर्भवती महिला को बैठने के लिए, जागरूकता संग्रहालय (जिसमें मंझार कुंड, तुतला भवानी, गुप्ता धाम, ताराचंडी, शेरशाह रोजा, रोहतास किला, दहेज प्रथा, स्वच्छता संदेश) आदि कक्षों का निर्माण कर आदर्श घाट बनाया गया।
रिपोर्ट : निशांत राज, तस्वीर : नरेन्द्र सिंह/चिरंजीव सिंह
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