बिहार में 7178 कोविड-19 मरीजों में 5098 ठीक हुए
दिल्ली/पटना/डेहरी-आन-सोन/सासाराम (रोहतास)-सोनमाटीडाटकाम टीम। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या करीब चार लाख पहुंचने और 12 हजार से अधिक मौत होने के बीच सुप्रीम कोर्ट ने केेंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि कोरोना जांच की दर सभी राज्य में एक तरह की होने का निर्धारण केेंद्र सरकार करे। सुप्रीमकोर्ट में कोरोना अस्पतालों में मरीजों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाने की याचिका अभी विचाराधीन है, मगर कोर्ट ने कहा है कि मरीजों की देखरेख के लिए सभी राज्यों में विशेषज्ञों का पैनल गठित हो। देश में कोविड-19 से ग्रस्त 03 लाख 80 हजार 532 मरीजों में दो लाख 4 हजार 710 मरीज ठीक होकर अस्पतालों से घर भी जा चुके हैं। बिहार में भी संक्रमित हुए 5098 मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से अपने घर चले गए। राज्य में कोरोना संक्रमित 50 मरीजों की मौत हुई। जांच में 181 नए कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में कोविड-19 मरीजों की संख्या 7178 पहुंच गई। कोविड-19 मरीजों में पूर्व केेंद्रीय मंत्री रहे राजद के 75 वर्षीय कद्दावर नेता भी हैं। रोहतास जिला में 27 नए प्रवासी मरीजों की पुष्टि के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 308 हो चुकी है, जिनमें से एक की मौत हुई। रोहतास में प्रथम कोरोना संक्रमित मरीज की पुष्टि 21 अप्रैल को हुई थी। अब तक 4539 संदिग्ध मरीजों के नमूने जांच किए गए, जिसमें 308 की रिपोर्ट निगेटिव आई। 308 मरीजों में कोविड-19 से मुक्ति पाकर 241 स्वस्थ हो घर जा चुके हैं। कोविड-19 विशेष अस्पताल नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल (एनएमसीएच) में 64 मरीजों का इलाज चल रहा है।
डालमियानगर में मास्क, साबुन वितरण का सघन अभियान
डेहरी-आन-सोन के बारह पत्थर में एक सब्जी विक्रेता, डालमियानगर के प्रयाग बिगहा में दो कोरोना पाजिटिव की पुष्टि के बाद शहर में और एक सीडीपीओ के कोरोना पाजिटिव हो जाने के बाद जिला में डर का नया माहौल बन गया है। जाहिर है कि हाथ मिलाने, दूसरे को स्पर्श करने, निकट जाने, घर से निकलने में अनुशासित एहतियात जरूरी है। डालमियानगर में कोरोना पाजिटिव की पुष्टि होने के बाद रोहतास इंडस्ट्रीज कांप्लेक्स के डालमियनगर प्रभारी प्रबंधक एआर वर्मा के निर्देश पर तीन दिन सघन अभियान चलाकर डालमियानगर सब्जी मंडी, स्टेशन रोड सब्जी मंडी और आवासीय कालोनी में 800 मास्क, साबुन का वितरण किया गया। वितरण कार्य रोहतास इंडस्ट्रीज कांप्लेक्स के कार्यरत कर्मचारियों ने किया। डालमियानगर रोहतास इंडस्ट्रीज कांप्लेक्स समापन की प्रक्रिया में होने के बावजूद अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत मास्क, साबुन वितरण के सेवा-कार्य का आरंभ 13 जून को रोहतास इंडस्ट्रीज कांप्लेक्स के शासकीय समापक हिमांशु शेखर ने पटना से डालमियानगर आकर किया था।
डा. एसबी प्रसाद बने बीएपीकोन के बिहार प्रवक्ता
प्रसाद हर्ट सेंटर के चिकित्सा प्रमुख और डेहरी-आन-सोन के वरिष्ठ चिकित्सक (फिजिशियन) डा. एसबी प्रसाद को बिहार एसोसिएशन आफ फिजिशियन्स आफ इंडिया कांफ्रेेंस (बीएपीआईकान) के स्पीकर ग्रुप में प्रमुख प्रवक्ता बनाया गया है। एसोसिएशन आफ फिजिशियन्स चिकित्सकों (फिजिशियन) की अखिल भारतीय संस्था है, जिसकी हर राज्य में शाखाएं हैं। हृदय रोग विशेषज्ञ डा. प्रसाद कई स्थानीय सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाओं के साथ सांस्कृतिक सर्जना की संवाहक संस्था सोन कला केेंद्र से भी बतौर संरक्षक जुड़े हैं। प्रसाद हर्ट सेंटर परिसर में सोन कला केेंद्र के पदाधिकारियों-सदस्यों की बैठक में आरंभ में डा. प्रसाद को बीएपीआईकान स्पीकर बनाए जाने पर बधाई दी गई। बैठक में सोन कला केेंद्र के एक वर्ष पूरा होने पर जुलाई में फीजिकल डिस्टेंस (शारीरिक दूरी) और मास्क कवर के अनुशासन का पालन करते हुए संस्था के सदस्यों की बैठक करने का निर्णय लिया गया। संस्था के अध्यक्ष दयानिधि श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई बैठक में संस्थापक सलाहकार कृष्ण किसलय, सलाहकार पारस प्रसाद, कार्यकारी अध्यक्ष जीवन प्रकाश, उपाध्यक्ष उपेंद्र कश्यप, कोषाध्यक्ष राजीव सिंह, उप सचिव सत्येन्द्र गुप्ता, प्रीतिराज सिन्हा, उपकोषाध्यक्ष नंदकुमार सिंह, राजू सिन्हा, अमिताराज पांडेय, उदय गुप्ता, चंदन कुमार आदि उपस्थित थे। अंत में भारत की लेह सीमा पर शहीद भारतीय जवानों के प्रति दो मिनट का मौन रखा गया।
रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज, इनपुट : कृष्ण किसलय
12वीं की शेष परीक्षाएं रद्द हों : शमायल अहमद
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने मानव संसाधन विकास मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक से सीबीएसई 12वीं की शेष रह गईं परीक्षाओं को रद्द किए जाने की मांग की है। यह परीक्षा जुलाई में प्रस्तावित हैं। कोविड-19 महामारी के दौर में विद्यार्थी अपने-अपने घर और हास्टल में कोई चार महीनों से बंद हैं और उनकी पढ़ाई पूरी तरह से बाधित रही है। विद्यार्थी तनाव की स्थिति में हैं। जब स्कूलों के 15 अगस्त के बाद खुलने की बात हो रही है, तब जुलाई में परीक्षा लेना उचित प्रतीत नहीं होता है। ऐसा करना विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और जीवन से खिलवाड़ करना हो सकता है। विद्यार्थियों की पिछली कक्षाओं के रिकार्ड और प्री-बोर्ड टेस्ट के आधार पर अंक देकर आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रमोट करना ज्यादा न्यायसंगत होगा। फिर भी परीक्षा लेना अनिवार्य हो तो सीबीएसई आनलाइन परीक्षा का लिंक उपलब्ध कराए।
अर्जुन कुमार, प्रवक्ता, प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन