डेहरी-आन-सोन-विशेष संवाददाता। 42 बिहार बटालिहन एनसीसी, सासाराम द्वारा 10 दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण कैम्प में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय, जमुहार, के प्रबंध-निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सबसे पहले युवा अपनी शक्ति और ऊर्जा से अपना सीधा सम्पर्क स्थापित करे। युवा को अगर उल्टा करके पढ़ा जाय तो वह वायु के रूप में परिणित होगा। जिसकी प्रकृति को जीवनदायनी के रूप में देखा जा सकता है। युवाओं को समाज और देश के प्रति संजीवनी के रूप में देखा जा सकता है।
श्री सिंह का सम्बोधन लगभग 700 से अधिक एनसीसी के छात्रों के बीच उनके भविष्य के अवसरों को पहचानने और राष्ट्र हित में उनका क्या योगदान हो सकता है, विषय पर रहा।
वही केंद्र सरकार की योजना अग्निवीर के संदर्भ में युवाओं को जगरूक करते हुवे श्री त्रिविक्रम ने बताया कि राष्ट्र की संवृद्धि, सुरक्षा और रोजगार तीनो ही दृष्टि से यह योजना अत्यंत उपयोगी है। जहां 17 से 22 साल तक के औसत युवा रोजगार की तलाश में अपने घर-परिवार को छोड़ न्यूनतम आर्थिक सुरक्षा पर विभिन्न शहरों की ओर पलायन कर जाते है। ऐसे युवाओं को अब भटकने की जरूरत नही है। केंद्र सरकार की यह योजना उन वीर नौजवान युवाओं के लिए उनकी योग्यता और प्रतिभा के लिए सर्वोत्तम सम्मान है। देश के लिए दो पल का जीना 70 साल को जीने के बराबर है। इन्ही अवस्था से चलकर कोई राजेन्द्र प्रसाद बना तो कोई भगत सिंह तो कोई चंद्रशेखर के रूप में माँ भारती के लिए अपने रक्त के अंतिम कतरे तक को बलिदान कर दिया। साथ ही व्यक्तित्व निर्माण में शिक्षा की महत्ता को सर्वोपरि बताया। आखिरी कड़ी में श्री त्रिविक्रम ने युवाओं को सम्बोधित करते हुवे कहाँ की जीवन के किसी भी मोड़ पर वो छात्रों के सहयोग हेतु बढ़-चढ़ कर अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे साथ ही विश्वविद्यालय के एन.सी.सी इंचार्ज डॉ मयंक कुमार राय को इस तरह के आयोजन के लिए भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुवे उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं प्रेषित किया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, जीएनएसयू)