लता प्रासर की चार कविताएं

हवा झोंके रोंगटे तक आ पहुंचे

उन्होंने कहा
दीप जलाओ
हमने जलाया
वो रौशनी में
नहाते रहे
हम अंधेरे को
टटोलते रहे
रुत बदल गई
अब एक लौ
भीतर सुलग रहा
वो ढूंढ रहे!

खुशी फूलों से होकर ही हम आप तक आती है सो उसे सलाम

जिनके पेट में भूख के गुब्बारे फूटते हैं
जिनकी आंखों में इमानदारी के अंबार लगे हैं
उनसे क्या पूछते हो भला त्योहार के किस्से
जिनके पिता लालच पीकर दुनिया छोड़ चले हैं!

खेसारी पसर-पसर खेतों में शबनम के गीत गाती

उत्सव सा हर शब्द लगे जब फूल कहीं दिख जाता है
हो बसंत का मौसम फिर धरती फूलों से पट जाती है
आरोग्य रहे जन जीवन सबका खग जलचर जलचर का
लालच न हो नर गर विपदा आपस में बंट जाती है!

स्पर्श रागिनी बाज रही जिस पर नाज़ रही

चलती फिरती कौन नगरिया बूझो ओ बाबू तो जानें
आसमान में उड़ती फिरती
नहीं पतंग पर बूझो तो जानें
हरदम सबक सिखाती सबको हर पल ही भरमाती सबको
कितना है नादान कहता हर कोई अक्लमंद बूझो तो जानें!

– लता प्रासर
निर्मला कुंज, अशोक नगर, कंकड़बाग, पटना-800020 फोन : 7277965160

Share
  • Related Posts

    विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर नारायण इंस्टिट्यूट में तीन दिवसीय निःशुल्क जाँच शिविर का शुभारंभ

    डेहरी -आन-सोन (रोहतास) विशेष संवादाता। विश्व फिजियोथेरेपी दिवस 2025 की थीम “स्वस्थ वृद्धावस्था” को ध्यान में रखते हुए, नारायण इंस्टिट्यूट ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज़ के फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा नारायण मेडिकल…

    Share

    भाई-बहन व प्रकृति का पर्व करमा, जानें इससे जुड़ी पौराणिक महत्व

    बिहार और झारखंड में 03 सितम्बर (बुधवार) को करमा एकादशी व्रत मनाया जाएगा। यह पर्व कृषि और भाई बहनों के स्नेह का पर्व है, जो भाद्रपक्ष शुल्क एकादशी को मनाया…

    Share

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

    You Missed

    विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर नारायण इंस्टिट्यूट में तीन दिवसीय निःशुल्क जाँच शिविर का शुभारंभ

    विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर नारायण इंस्टिट्यूट में तीन दिवसीय निःशुल्क जाँच शिविर का शुभारंभ

    भाई-बहन व प्रकृति का पर्व करमा, जानें इससे जुड़ी पौराणिक महत्व

    भाई-बहन व प्रकृति का पर्व करमा, जानें इससे जुड़ी पौराणिक महत्व

    हमें हर दिन कुछ नया सीखना चाहिए : डॉ. अनुप दास

    हमें हर दिन कुछ नया सीखना चाहिए : डॉ. अनुप दास

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में राष्ट्रीय खेल दिवस पर मेजर ध्यानचंद को दी श्रद्धांजलि, शतरंज एवं रस्साकशी प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में राष्ट्रीय खेल दिवस पर मेजर ध्यानचंद को दी श्रद्धांजलि, शतरंज एवं रस्साकशी प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन