प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)-सोनमाटी प्रतिनिधि। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की केंद्रीय संचालन समिति की आवश्यक बैठक में अपने सदस्यों के लिए पत्रकार कल्याण कोष बनाने एवं पत्रकार हितों की रक्षा के लिए कई अनुसांगिक प्रकोष्ठों को क्रियाशील करने का निर्णय लिया गया हैं।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष मुनेश्वर मिश्र ने कहा कि पत्रकारों के उत्पीड़न को लेकर वर्तमान सरकारें कतई गंभीर नहीं हैं, जो चिंता का विषय हैं। श्री मिश्र ने आगे कहा कि पत्रकार महासंघ अपने सदस्यों के लिए पत्रकार कल्याण कोष स्थापित करेगा और आर्थिक रूप से विपिन एवं जरूरतमंद पत्रकारों को वित्तीय सहायता दी जाएगी।
राष्ट्रीय संयोजक डॉ. भगवान प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि पत्रकार हितों की रक्षा के लिए भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ सदैव तत्पर है और देश भर में उनके सम्मान व सुरक्षा के लिए उन्हें शक्तिशाली बनाने में सतत प्रयत्नशील है। पूरे देश भर में विभिन्न प्रदेशों में सक्रिय इकाइयों को समय पर प्रोत्साहन स्वरूप सम्मानित भी किया जाता है और पत्रकारों के कल्याण के लिए विभिन्न प्रकोष्ठों को विशेष रूप से सक्रिय करके उसमें कर्मठ और निष्ठावान पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी जाएगी तथा जिन लोगों ने अभी तक केवल पद और परिचय पत्र तक अपनी लक्ष्मण रेखा बना रखी है उन्हें सम्मान पूर्वक विदा कर दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश इकाई के प्रांतीय अध्यक्ष प्रभा शंकर ओझा ने समिति की महत्वपूर्ण बैठक का संचालन करते हुए कहा कि प्रत्येक प्रदेशों में सात अथवा नौ सदस्यीय टीम गठित करके उन्हें निर्देशित किया जाए कि वह समय पर अपने प्रदेश के सक्षम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मिलकर पत्रकारों की समस्याओं का निराकरण करवाने में विशेष रुचि लें। इसी प्रकार की टीम मंडल और जिला स्तर पर भी गठित होनी चाहिए जो अपने-अपने क्षेत्र में पत्रकार हितों को प्रमुखता से देखें। बैठक में इस बात पर विशेष बल दिया गया कि निष्क्रिय लोगों को निरंतर ढोने से कोई फायदा नहीं है बल्कि उत्साही और सक्रिय लोगों को आगे बढ़ाया जाए तो संगठन निरंतर गतिशील होता रहेगा।
(रिपोर्ट: डॉ. भगवान उपाध्याय)