डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। डिहरी अनुमडल विधिज्ञ संघ की ओर से अधिवक्ता की विधवा को नगद राशि मदद के रूप में उनके आवास पर जाकर उन्हें दी गई और विधिज्ञ संघ की ओर से शोक संवेदना व्यक्त की गई। डिहरी अनुमंडल व्यवहार न्यायालय से संबंधित बार के अधिवक्ता जनार्दन सिंह यादव का असामयिक निधन पिछले दिनों हर्टअटैक होने के कारण हो गया। डिहरी अनुमंडल विधिज्ञ संघ से सम्बद्ध रहेअधिवक्ता जनार्दन सिंह यादव के शोकसंतप्त परिवार के प्रति अपनी सामूहिक संवेदना व्यक्त करने विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष उमाशंकर पांडेय उर्फ मुटुर पांडेय और सचिव मिथिलेश कुमार उनके घर पहुंचे। संघ के दोनों वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उनकी पत्नी को संघ द्वारा सांत्वना राशि देने के साथ जरूर होने पर संभव मदद का भी आश्वासन दिया।
व्यवहार न्यायालय की फ्रैकिंग मशीन खराब, सौंपा गया ज्ञापन
उधर, डिहरी अनुमंडल व्यवहार न्यायालय की फ्रैकिंग मशीन के पिछले हफ्ते में खराब हो जाने और अभी तक उसे बनाए नहींजाने या खराब मशीन की जगह दूसरी मशीन नहींलगाए जाने से कार्य बाधित होने के कारण अधिवक्ताओं और मुवक्किलों में असंतोष-आक्रोश है। इस संबंध में डिहरी अनुमंडल व्यवहार न्यायालय के अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी और अनुमंडल प्रशासन कार्यालय परिसर स्थित अवर निबंधक को डिहरी अनुमंडल विधिज्ञ संघ की ओर से ज्ञापन सौंपा गया है। अधिवक्ताओं ने खराब हुए मशीन को फौरन नहींबदले जाने या चालू नहींहोने की स्थिति में सामूहिक प्रतिरोध और कामबंद आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है।
नगर पार्षद की बेटियों के जुड़वां नहीं होने के आरोप का मामला निर्वाचन आयोग में
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। डेहरी-डालमियानगर नगर परिषद के एक वार्ड पार्षद पर आरोप है कि उन्होंने चुनाव आयोग के लिए अपनी ओर से दी गई सूचना में अपने बच्चों की संख्या गलत बताई है। बिहार में नगर परिषद का चुनाव लडऩे के नियम में वार्ड पार्षद प्रत्याशी के लिए प्रत्याशी की संतान (बच्चों) की संख्या निर्धारित सीमा (संख्या) से अधिक नहींहोनी चाहिए। जबकि आरोप है कि डेहरी-डालमियानगर नगर परिषद के वार्ड संख्या 37 के चुनाव में प्रत्याशी ने निर्धारित प्रपत्र में शपथपत्र के जरिये अपने बच्चों की संख्या गलत बताई है। आरोप है कि वार्ड संख्या 37 से विजय प्राप्त कर वार्ड पार्षद बनने वाले प्रत्याशी (परिणाम आने पहले) ने अपनी दो बेटियों को जुड़वां बताया है, जबकि उनकी दो बेटियां जुड़वां नहींहैं।
यह आरोप चुनाव आयोग से अर्जुन प्रसाद केसरी ने अपनी शिकायत में की है। बारह पत्थर चौक (ओल्ड जीटी) के अर्जुन प्रसाद केसरी भी डेहरी-डालमियानगर नगर परिषद के वार्ड 37 से पिछले चुनाव में प्रत्याशी थे। इनका आरोप है कि विजयी घोषित किए गए वार्ड पार्षद दो बेटियां जुड़वां पैदा नहींहुई, बल्कि अलग-अलग साल में उनका जन्म हुआ है। चुनाव आयोग ने अर्जुन प्रसाद केसरी की शिकायत पर संज्ञान लेकर डेहरी अनुमंडल प्रशासन के अनुमंडलाधिकारी को शिकायत की जांच कराने और रिपोर्ट देने को कहा था। अनुमंडलाधिकारी ने जांच के लिए चिकित्सकों की टीम गठित की और वार्ड पार्षद को इस टीम के समक्ष उपस्थित होने के लिए कहा। अर्जुन प्रसाद केसरी का आरोप है कि वार्ड पार्षद कई पत्र भेजे जाने के बावजूद मेडिकल टीम के समक्ष उपस्थित नहींहो सके। अब अर्जुन प्रसाद केसरी की शिकायत पर निर्वाचन आयोग के संयुक्त निर्वाचन आयुक्त ने विजयी प्रत्याशी (वार्ड 37 के मौजूदा प्रत्याशी) को निर्वाचन आयोग कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया है, जहां अब मामले की सुनवाई होगी।