डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय संवाददाता। जमुहार स्थित एनएमसीएच (नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल) में मोतियाबिन्द का आपरेशन लेन्स लगाकर निशुल्क करने की व्यवस्था की गई है। मोतियाबिन्द के मरीजों की तीन दिवसीय जांच का कार्य जारी है। इसके लिए एनएमसीएच में अलग काउंटर की व्यवस्था की गई है।
एनएमसीएच के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रमनारायण सिंह ने बताया कि मोतियाबिन्द मरीजों के लिए लेन्स लगाकर आपरेशन करने की व्यवस्था विशेष स्वास्थ्य शिविर के अंतर्गत की गई है। शिविर में 20 दिसम्बर तक मरीजों की जांच कर यह तय किया जाएगा कि मरीज का मोतियाबिंद आपरेशन के लायक है या नहीं?
श्री सिंह ने बताया कि एनएमसीएच की ओर से जारी विशेष स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग सभी तरह के आपरेशन निशुल्क किए जा रहे हैं। केेंद्र सरकार की आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना का कार्ड इस श्रेणी में आने वाले जिन मरीजों के पास नहींहै, उनका इलाज भी एनएमसीएच में किया जा रहा है।
(रिपोर्ट व तस्वीर : भूपेन्द्रनारायण सिंह, पीआरओ, एनएमसीएच)
ज्ञान भविष्य के लिए, आर्थिक सम्बल वर्तमान के लिए और सेवा-सहयोग भाव असहायों के लिए
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। ज्ञान का दीप जलाने के साथ समाज के निशक्तों-असहायों के प्रति सेवा-सहयोग की भावना का विकास करना भी शिक्षा का एक उद्देश्य होना चाहिए। यह बात सासाराम के अनुमंडलाधिकारी राजकुमार गुप्ता ने संतपाल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल परिसर में आयोजित असहाय बाल मेला कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। संतपाल स्कूल समूह के अध्यक्ष एसपी वर्मा ने कहा कि ज्ञान मनुष्य के भविष्य का निर्माण करता है और आर्थिक सम्बल आदमी के वर्तमान का आधार होता है। इसी सोच और उद्देश्य के साथ संतपाल स्कूल समूह के विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था है।
असहाय बाल मेला कार्यक्रम में दिव्यांगों, निर्धनों, बेसहारा वृद्धों, विकलांग बच्चों को ठंड से राहत के लिए ऊनी कपड़े एवं कंबल का वितरण किया गया। असहाय बाल मेला का आयोजन संतपाल स्कूल परिसर में 21 वर्षों से किया जा रहा है। असहाय बाल मेला 1998 में शुरू हुआ था। विद्यालय के विद्यार्थी अपने शिक्षकों के साथ हर वर्ष अपने आस-पास के असहायों, बेसहारों व दिव्यांगों का सर्वेक्षण कर उन्हें कूपन देते हैं और निर्धारित तिथि को विद्यालय के प्रांगण में आमंत्रित कर कंबल, शॉल, स्वेटर, चावल-दाल, बिस्कुट, साबुन आदि का निशुल्क वितरण करते हैं। इस साल भी दो लाख रुपये की राशि संग्रहित कर संबंधित सामग्री की खरीदारी की गई। विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के अभिभावकों ने पहनने लायक पुराने कपड़े और चावल-दाल भी दानस्वरूप दिया। इससे एक हजार से अधिक दिव्यांगों-असहायोंस, वृद्धों को मदद मुहैया कराई गई। असहाय बला मेला कार्यक्रम के संयोजन में विद्यालय के प्रबंधक रोहित वर्मा, सचिव वीणा वर्मा, प्राचार्य आराधना वर्मा, लायंस क्लब के गौतम कुमार, अभिषेक राय, कृष्णा कुमार, डा. जावेद अख्तर, डा. विजय कुमार, डा.अमृता वर्मा, डा. अलका सूद, मोनिका शर्मा के साथ विद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने सक्रिय भूमिका का निर्वाह किया।
(रिपोर्ट व तस्वीर : अर्जुन कुमार, मीडिय प्रभारी, संतपाल स्कूल)