डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय संवाददाता। उस मरीज के सीने में दर्द उठा तो डाक्टर ने हाथ में आपरेशन किया और मरीज चंगा हो गया। यह आपरेशन की नई तकनीक से संभव हुआ, जिसे एंजियोप्लास्टी कहते हैं। इसमें मरीज को हर्ट खोलने वाला बड़ा और खतरे से भरा आपरेशन करने की जरूरत नहींहोती। चिकित्सा की यह तकनीक अब बिहार के सुदूर सीमांत ग्रामीण पर्वतीय क्षेत्र के गांव जमुहार (रोहतास जिला) में स्थापित नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल (एनएमसीएच) में उपलब्ध है। पड़ोस के जिला के शहर औरंगाबाद के ठाकुरबाड़ी रोड निवासी शम्भू प्रसाद शर्मा को सीने तेज दर्द हुआ तो वह औरंगाबाद के चिकित्सक पास पहुंचे। उस चिकित्सक ने स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर उन्हें तुरंत एनएमसीएच के हृदय रोग विभाग में रेफर कर दिया। मरीज की एनएमसीएच में जांच की गई तो हृदयाघात होने की पुष्टि हुई। हृदय रोग विभाग के कैथलैब में चिकित्सक डा. गिरीशनारायण मिश्र ने अपने चिकित्सकीय टीम के साथ मरीज का आपरेशन एंजियोप्लास्टी विधि से किया, जिसमें हाथ की धमनी (नस) के रास्ते हर्ट तक आपरेशन का माइक्रो उपकरण पहुंचाया गया और रक्त-थक्का हटाकर हृदय में रक्तसंचार दुरुस्त किया गया। हृदय रोग के इलाज में आपरेशन की इस तकनीक (एंजियोप्लास्टी) का उपयोग पहली बार बिहार के सोन नद अंचल के इस इलाके में किया गया। इलाज के बाद मरीज का स्वास्थ्य ठीक है।
आयुष्मान भारत की सुविधा से बुजुर्ग किसमिस सिंह की सुधरी किस्मत
- उधर, एनएमसीएच में गरीबों के लिए उपलब्ध जन आरोग्य स्वास्थ्य योजना (आयुष्मान भारत) की सुविधा से बुजुर्ग किसमिस की किस्मत सुधर गई। किसमिस की रीढ़ हड्ड़ी में फ्रैक्चर (दरार) हो गया था, जिस कारण पिछले कई सालों में चलने-फिरने, हिलने-डुलने, खाने-सोने पर होने वाले दर्द से मुश्किल में थे। पैसा नहींथा कि रीढ़ की हड्डी का महंगा इलाज करा सके। जब आयुष्मान भारत (जन आरोग्य स्वास्थ्य योजना) लागू होने के बाद उनका गोल्डेन कार्ड बन गया, तब उसे लेकर वह एनएमसीएच पहुंचे।
- इस अस्पताल में जटिल आपरेशन की सुविधा उन्हें निशुल्क मुहैया कराई गई। न्यूरोलाजी विभाग के डा. वीर अभिमन्यु पंडित की टीम ने आपरेशन कर उनकी रीढ़ की हड़्डी की दरार ठीक की। चिकित्सकों ने कहा है कि मरीज जल्द ठीक हो जाएंगे और अपने को सामान्य महसूस करने लगेंगे।
(रिपोर्ट व तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, एनएमसीएच)
जीएसटी में दी गई राहत और छूट की सीमा से कारोबारी खुश
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। गुड्स एंड सेल्स टैक्स (जीएसटी) में दी गई राहत और छूट की सीमा से कारोबारी खुश हैं। कारोबारियों का मानना है कि इससे माइक्रों स्तर पर देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और कुटीर उद्यमियों का परिवार सुख-शांति का अनुभव करेगा। इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन के बिहार राज्य परिषद के निदेशक तथा कन्फडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स के सदस्य धीरज सोनी (सोना ज्वेलर्स) ने कहा है कि केेंद्र सरकार ने व्यवसायियों की मांग मान कर देश में बेहतर आर्थिक परिवेश के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है। भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ प्रदेश उप संयोजक तथा डेहरी चैम्बर्स आफ कामर्स के सचिव बबल कश्यप ने छूट सीमा और राहत सीमा के लिए धन्यवाद दिया है। कम्पोजिट जीएसटी की राहत सीमा एक करोड़ रुपये से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपये करने से कारोबारियों को सिर्फ एक फीसदी का टैक्स देना पड़ेगा। अब 40 लाख रुपये तक सालाना कारोबार (टर्नओïïवर) करने की छूट सीमा से छोटे कारोबारियों को जीएसटी रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहींरह गई है।
डेहरी-डालमियानगर कपड़ा और रेडीमेड व्यावसायी संघ के संरक्षक ओमप्रकाश केजरीवाल का कहना है कि इससे मोटे तौर पर 10 हजार रुपये से अधिक रोज का कारोबार करने वाले बाहर होंगे। जीएसटी के जानकार प्रोफेशनल रखने के खर्च तनाव से छोटे दुकानदार-कारोबारी मुक्त हो गए हैं। कामधेनु कन्फेक्शनरीज एंड स्वीट्स प्राइवेट लिमिटेड के संचालक निदेशक अरविन्दकुमार गुप्ता व अरुणकुमार गुप्ता, शिल्पी के संचालक एवं रौनियार वैश्य समाज के राष्ट्रीय संरक्षक नंदलाल गुप्ता का कहना है कि तिमाही जीएसटी रिटर्न दाखिल करने के कारण कारोबारी अनावश्यक तनाव में थे और उनका कारोबार भी प्रभावित होता था। अब पहले के सेल्स टैक्स की तरह जीएसटी का रिटर्न भी साल में एक बार दाखिल करना है। इससे अफसरशाही का दबाव भी खत्म हो गया है।
(रिपोर्ट : निशान्त राज)
मध्यदेशीय वैश्य सभा ने की मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। अखिल भारतीय मध्यदेशीय वैश्य सभा तथा श्रीश्रीबाबा गणिनाथजी महाराज चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से वैश्य बंधुओं की सद्भावना बैठक वैश्य सभा के रोहतास जिला अध्यक्ष सुरेश प्रसाद गुप्ता की अध्यक्षता में हुई, जिसमें वैश्य समाज की समस्याओं और मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य पर बातचीत की गर्ई। बैठक में अखिल भारतीय मध्यदेशीय वैश्य सभा के जिला उपाध्यक्ष अरविन्द कुमार गुप्ता, सचिव रामचंद्र प्रसाद उर्फ नथुनीजी, कोषाध्यक्ष गोपाल प्रसाद गुप्ता और कार्यकारिणी के पदाधिकारी-सदस्य उदय शंकर उर्फ चुल्लूजी, अनिल कुमार गुप्ता (भवानी होटल), जमुनी देवी, निरू गुप्ता (प्राचार्य ठिकरा कान्वेन्ट), जमुनी देवी, बैजनाथ प्रसाद गुप्ता, संदीपकुमार गुप्ता, प्रदीप कुमार गुप्ता, कृष्णा प्रसाद गुप्ता, प्रफुल्लचंद्र प्रसाद, संजय प्रसाद (सिद्धार्थ होटल), शम्भू प्रसाद, युगल प्रसाद, उदय प्रसाद, संजय प्रसाद आदि ने भाग लिया।
(सूचना : संदीपकुमार गुप्ता)
राष्ट्रीय अंधापन नियंत्रण प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षित हुए शिक्षक
डालमियानगर (रोहतास)-कार्यालय संवाददाता। राष्ट्रीय अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम के तहत प्रखंड संसाधन केंद्र में डेहरी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाओं का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया, जिसमें डेहरी अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सकों-विशेषज्ञों के दल ने अंधापन और उसके प्रारंभिक लक्षणों को पहचानने की जानकारी दी गई। नेत्र विशेषज्ञों ने शिक्षकों से विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के नेत्र-दोष की पहचान कर उनके नामों की सूची उपलब्ध कराने का आग्रह किया, चिन्हित छात्र-छात्राओं के आपरेशन और दवा वितरण के लिए शिविर लगाया जा सके। प्रशिक्षण में प्रखंड साधन सेवी और शिक्षक-शिक्षिकाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
(रिपोर्ट : कुमार अरुण गुप्ता)
विभिन्न संगठनों की ओर से बांटे गए गरीबों को कम्बल
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। सामाजिक संस्था जन कल्याण मोर्चा के अध्यक्ष अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में जन कल्याण मोर्चा के उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, सचिव विजयशंकर तिवारी और भाजपा के वरीय नेता कृष्णा तिवारी आदि के सहयोग से झारखंडी मदिर में, रेलवे स्टेशन परिसर में और गरीबों की बस्ती में भी दो दिन कंबल बांटे गए।
यह संस्था जाड़े में निरूपायों को कंबल बांटने का काम एक दशक से अधिक समय से कर रही है।
(वाह्टसएप पर सूचना)
सवर्ण आरक्षण का यदुवंशी सेना ने किया विरोध
डालमियानगर (कार्यालय संवाददाता)। संतोष यादव की अध्यक्षता और संजय यादव के संचालन में यदुवंशी सेना की ओर से आयोजित समारोह में सवर्ण आरक्षण के विरोध में 10 फरवरी को बंद का आह्वान किया गया है। डेहरी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत तेतराढ के पूर्व मुखिया हरेराम सिंह, आप के नेता रामनाथ सिंह, सीपीआई के जिला सचिव ब्रजमोहन सिंह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जिसकी बिरादरी की जितनी संख्या है, उस बिरादरी को उतनी राजनीतिक हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। गैर अनुसूचित और गैर अनुसूचित जनजातियों के लिए किया गया 10 फीसदी आर्थिक आरक्षण का प्रावधान एक छलावा है। इस मौके पर गरीबों के बीच कंबल वितरण किया गया।
(वाह्टसएप पर सूचना)