
डेहरी आन सोन- (रोहतास) कार्यालय प्रतिनिधि। भाजपा के टिकट वितरण के बाद डेहरी विधानसभा में राजनीतिक तापमान अचानक बढ़ गया है। डेहरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी को टिकट नहीं मिलने से कार्यकर्ताओं में असंतोष और निराशा की लहर है। लंबे समय से सक्रिय रहे कार्यकर्ताओं को इस निर्णय से गहरा धक्का पहुंचा है, जिससे संगठनात्मक असंतोष खुलकर सामने आने लगा है।
नाराज कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को शांत करने के लिए गुरुवार को भाजपा के पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह के आवास पर बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष अशोक कुमार सोनी ने की, जिसमें डेहरी ग्रामीण अध्यक्ष कन्हैया राम सहित जिला, मंडल और बूथ स्तर के कई पदाधिकारी शामिल हुए। सभी ने टिकट वितरण प्रक्रिया पर असहमति जताई।
सत्यनारायण सिंह ने कार्यकर्ताओं को संयम और एकता बनाए रखने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “आपकी नाराजगी जायज है, लेकिन संगठन से बड़ा कुछ नहीं।” सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि चुनावी जीत से भी ज़्यादा अहम एनडीए की एकजुटता है और हर कार्यकर्ता को गठबंधन धर्म निभाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि पार्टी के सभी सर्वेक्षणों में भाजपा प्रत्याशी की स्थिति मजबूत मानी गई थी। कई कार्यकर्ताओं ने आग्रह किया कि वे निर्दलीय रूप से मैदान में उतरें, लेकिन उन्होंने इस सलाह को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि राष्ट्र और राज्य का विकास केवल एकजुट सरकार से ही संभव है।
सिंह ने कहा कि पिछले पाँच वर्षों में पार्टी की जड़ें मजबूत करने में दस हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने भूमिका निभाई है। उन्होंने सभी से इस्तीफे की बात को त्यागने और पार्टी नेतृत्व के निर्णय को स्वीकार कर संगठन की गरिमा बनाए रखने का आग्रह किया।






