सासाराम (रोहतास) कार्यालय प्रतिनिधि। जिला जज अनुज कुमार जैन ने मंगलवार को मंडल कारा सासाराम का निरीक्षण किया। जिला जज एसपी रौशन कुमार, प्रभारी डीएम विजय शर्मा सहित कई न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सभी बंदी वार्ड व महिला वार्ड पहुंचे और एक-एक बंदियों से बातचीत की। इस दौरान बंदियों से खासतौर पर जाति, धर्म व सामाजिक स्तर जुड़े भेदभाव के संबंध में बातचीत की। साथ ही बंदियों को मिलने वाली सुविधाओं के संदर्भ में जानकारी ली। बंदियों ने इन सभी विषयों पर किसी प्रकार का विरोधाभास नहीं दिखाया।
कहा कि यहां किसी प्रकार का भेदभाव सामाजिक, जातिगत धर्म के स्तर पर नहीं की जाती है। न ही इस मानदंड के अनुसार बैरक ही निर्धारित किया गया है। सभी के लिए समान सुविधाएं लागू है। दरअसल, सामाजिक संस्था सुकन्या बनाम भारत सरकार के मामले (रिट याचिका संख्या 1404/23) में जेलों में जातिगत वर्गीकरण की शिकायत पर अदालत ने सभी जेलों में जांच का आदेश दिया है। इसी आलोक में जिला जज जांच के लिए पहुंचे थे। उन्होंने इस दौरान कारा की साफ-सफाई, विधि व्यवस्था पर प्रसन्नता व्यक्त की। कारा अस्पताल का भी निरीक्षण किया। साथ ही जेल अधीक्षक कार्यालय वेश्म में अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
उन्होंने संसीमित बंदियों के बच्चों से भी बातचीत कर उन्हें टाॅफी दिया। बजाते बंदियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी। औचक निरीक्षण के उपरांत उन्होंने विजिटर बुक में भी जेल की विधि व्वस्था को लेकर अनुकूल प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि कारा में कहीं गंदगी नहीं मिली। किसी बंदी में हेल्थ से जुड़ी समस्या नहीं पायी गयी। कोई सिरियस मरीज नहीं मिले। इस मौके पर सीजेएम सचिन कुमार, डालसा सचिव राकेश कुमार, जेल अधीक्षक सुजीत कुमार राय, भवन निर्माण विभाग के एसडीओ सच्चिदानंद, डाॅ. कुमार जनमेजय, जेल उपाधीक्ष केके झा, सहायक अधीक्षक सुरेश प्रसाद, स्नेहा रंजन, गुड्डू गिरी, सिकेश, अरविंद सहित अन्य कारा कर्मी प्रमुख रुप से मौजूद थे।
(रिपोर्ट, तस्वीर : टिपु सुलतान)