सिद्धेश्वर को मिला साहित्य कला साधक सम्मान

पटना (सोनमाटी समाचार नेटवर्क)। बी. हिंदी सेवा न्यास (पंजी.) एवं डॉ. मिथिलेश दीक्षित साहित्य-संस्कृति सेवा न्यास(पंजी.) के तत्वाधान में जनपद बदायूँ के बिसौली नगर में आरके इंटरनेशनल स्कूल में देश के 16 प्रान्तों के साहित्यकारों का सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ।
समारोह की अध्यक्षता जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार अशोक खुराना ने की। इस समारोह के मुख्य अतिथि सिद्धेश्वर (बिहार), विशिष्ट अतिथि रामकृष्ण वि.सहस्रबुद्धे (महाराष्ट्र), डॉ. अरशद खान, डॉ.राकेशचक्र, डॉ.श्याम सनेही लाल शर्मा रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों संग न्यास अध्यक्ष डॉ. सतीश चंद्र शर्मा ‘सुधांशु’ द्वारा माँ वीणापाणि के समक्ष दीप प्रज्वलन व पुष्पार्पण द्वारा हुआ। डॉ. प्रीति अग्रवाल ने सस्वर वाणी वंदना की। कार्यक्रम का संचालन डॉ नितिन सेठी द्वारा किया गया।

सर्वप्रथम न्यास अध्यक्ष डॉ. सुधांशु ने अतिथियों का अंगवस्त्र से स्वागतोप्रांत परिचय दिया। न्यास का वार्षिक प्रतिवेदन न्यास के महासचिव आशीष कुमार शर्मा द्वारा प्रस्तुत किया गया। मंचीय उद्बोधन के बाद सम्मान समारोह हुआ।
जिसमें डॉ. मिथिलेश दीक्षित साहित्य-संस्कृति सेवा न्यास द्वारा 2 साहित्यकारों को 5000 रुपए से तथा केबी हिंदी सेवा न्यास द्वारा 4 साहित्यकारों को 5000 रुपए, 2 साहित्यकारों को 3000 रुपए, 17 साहित्यकारों को 2100 रुपए, 21 साहित्यकारों को 1100 रुपए तथा 3 नवोदितों को 500 रुपए से सम्मानित किया गया।

लंबे समय तक साहित्य एवं कला में उल्लेखनीय कार्य करने हेतु सिद्धेश्वर (बिहार) को आचार्य श्रीराम शर्मा स्मृति सम्मान डॉ. मिथिलेश दीक्षित द्वारा, हरीलाल मिलन (कानपुर) को पंडित तिलकराज शर्मा स्मृति सम्मान, डॉ. अरशद खान को श्रीराम वर्मा स्मृति सम्मान इंद्रजीत शर्मा द्वारा, डॉ. श्याम सनेही लाल वर्मा को सीताराम खुराना स्मृति सम्मान अशोक खुराना द्वारा स्मृति सम्मान सहित सभी को शाल,सम्मान पत्र व प्रतीक चिन्ह ₹5000 प्रदान कर सम्मानित किया गया। डॉ. राकेश चक्र को रामदेवी बाथम स्मृति सम्मान मनोहरलाल बाथम द्वारा, डॉ.ओंकार त्रिपाठी को ठाकुर विनोद सिंह स्मृति सम्मान डॉ. रोहिणी पंत सिंह द्वारा स्मृति सम्मान सहित सभी को शाल,सम्मान पत्र व प्रतीक चिन्ह ₹3000 प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इनके अतिरिक्त 50 से अधिक देश-विदेश के साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। साथ ही साथ मंचासीन अतिथियों के द्वारा 25 से अधिक पुस्तकों का लोकार्पण भी किया गया। इस तरह यह एक यादगार समारोह ऐतिहासिक उपलब्धियों के साथ जुड़ गया। अध्यक्षीय उद्बोधन के पश्चात समारोह का समापन किया गया। आभार न्यास उपाध्यक्ष डॉ. नितिन सेठी व महासचिव आशुतोष कुमार शर्मा द्वारा व्यक्त किया गया।

प्रस्तुति : सिद्धेश्वर व डॉ. सतीश चंद्र शर्मा ‘सुधांशु’, बंसोली अध्यक्ष (बदायूं ) मो :+918394034005

  • Related Posts

    कार्यालय और सामाजिक जीवन में तालमेल जरूरी : महालेखाकार

    महालेखाकार भवन में ऑडिट सप्ताह में कई कार्यक्रमों का आयोजन देहरादून (उत्तराखंड)-विशेष प्रतिनिधि। कौलागढ़ स्थित महालेखाकार भवन में ऑडिट सप्ताह के तहत अनुज शर्मा, उपमहालेखाकार एवं मुकेश कुमार, उपमहालेखाकार के…

    व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में हुई थी आभूषण कारोबारी सूरज की हत्या

    डेहरी-आन-सोन (रोहतास) कार्यालय प्रतिनिधि। गत अगस्त माह में जिले के बड्डी थाना क्षेत्र के आलमगंज बाजार में स्वर्ण व्यवसाय सूरज कुमार की हत्या प्रतिस्पर्धा में की गई थी। इसका सफल उद्भेदन…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

    You Missed

    कार्यालय और सामाजिक जीवन में तालमेल जरूरी : महालेखाकार

    व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में हुई थी आभूषण कारोबारी सूरज की हत्या

    व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में हुई थी आभूषण कारोबारी सूरज की हत्या

    25-26 नवंबर को आयोजित होगा बिहार संवाद कार्यक्रम

    25-26 नवंबर को आयोजित होगा बिहार संवाद कार्यक्रम

    विधान परिषद के सभागार में ‘सुनो गंडक’ का हुआ लोकार्पण

    विधान परिषद के सभागार में ‘सुनो गंडक’ का हुआ लोकार्पण

    शिक्षा के साथ-साथ अपनी संस्कृति और माटी से भी कसकर जुड़े रहना चाहिए : रामनाथ कोविन्द

    शिक्षा के साथ-साथ अपनी संस्कृति और माटी से भी कसकर जुड़े रहना चाहिए : रामनाथ कोविन्द

    भारत के राष्ट्रपति जीएनएसयू के तृतीय दीक्षान्त समारोह में होंगे शामिल

    भारत के राष्ट्रपति जीएनएसयू के तृतीय दीक्षान्त समारोह में होंगे शामिल