डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास) कार्यालय प्रतिनिधि। पूर्व विधायक व मंत्री डॉ .खालिद अनवर अंसारी के निधन से शहर में शोक की लहर है। डॉ .अंसारी का पार्थिव शरीर बिसैप दो के परेड मैदान में बुधवार अंतिम दर्शन को रखा गया जहां शहर के सभी वर्गों के लोगों ने अंतिम दर्शन किया। यहां जनाजे की नमाज अदा की गई। वहां से जनाजे को लेकर लोग स्थानीय निरंजन बिगहा स्थित कब्रिस्तान पहुंचे जहां उनके पार्थिव शरीर के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा रखा गया। जिला प्रशासन की ओर से शोक सलामी दी गई। डीएम नवीन कुमार, एसपी विनीत कुमार, एसडीएम सूर्य प्रताप सिंह, एसडीपीओ शुभांक मिश्र, जिला जदयू अध्यक्ष अजय कुमार सिंह, पूर्व विधायक सतनारायण यादव ने पुष्प गुच्छ अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किए गए। उनकी मिट्टी मंजिल में उनके पुत्र तनवीर अंसारी उनके स्वजन और शहरवासी व सैकड़ों की संख्या में हिंदू मुस्लिम उनके चाहने वाले रिश्तेदार और विभिन्न पार्टी के नेता समाजसेवी पहुंचे थे जिन्होंने मरहूम अब्दुल कयूम अंसारी के बेटे जनाब खालिद अनवर अंसारी मरहूम को नम आंखों से अंतिम विदाई दिया। मरहूम के जनाजे में राजद महिला नेत्री कलावती चौधरी, विनोद यादव, सरफुद्दीन अंसारी, मुमताज अंसारी, रोहन लाल मेहता, गिरजानंद सिंह,प्रो. अलाउद्दीन अंसारी, बिहार प्रदेश मोमिन कांफ्रेंस के दर्जनों नेता शामिल थे। मुस्लिम समाज के लोगों ने बीएमपी मैदान में नमाजे जनाजा अदा किया।
उनके पुत्र जनाब तनवीर अंसारी ने कहा कि मरहूम खालिद साहब की इच्छा थी कि मेरा जनाजा डेहरी- ऑन- सोन में जाना चाहिए और वही मुझे दफन होना चाहिए जहां मेरे वालिद है अपने दादा के कब्रिस्तान के ठीक बगल में वालिद को दफनाया गया है। एक सप्ताह पूर्व 85 वर्षीय स्वर्गीय अंसारी को इलाज के लिए पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां इलाज के दौरान मंगलवार की दोपहर उनका निधन हो गया। डॉ. अंसारी महान स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व मंत्री स्व. अब्दुल कय्यूम अंसारी के ज्येष्ठ पुत्र थे। उनके असामयिक निधन के बाद हुए उप चुनाव में 1973-77 व 1985-90 में डेहरी विधानसभा के विधायक और राज्य सरकार में परिवहन तथा डेयरी विकास मंत्री रह चुके थे। मुख्यमंत्री ने डॉ. खालिद अनवर अंसारी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया। उन्होंने राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की घोषणा किया था।
-निशांत राज