साहित्य अकादमी के ‘ग्रामालोक’ कार्यक्रम के तहत देहरादून में नेपाली कवि गोष्ठी का आयोजन

देहरादून नेपाली कवि सम्मेलन

देहरादून (उत्तराखंड)-विशेष प्रतिनिधि। साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली ने अखिल भारतीय नेपाली भाषा समिति के सहयोग से अपने कार्यक्रम ‘ग्रामलोक’ के तहत बुधवार को देहरादून में एक नेपाली कवि गोष्ठी का आयोजन किया। गोरखा मिलिट्री इंटर कॉलेज गढ़ी कैंट के फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ सभागार में सम्पन्न उक्त कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष डॉ. भूपेन्द्र अधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। विशिष्ट अतिथियों का स्वागत एवं वेद-ऋचा के उद्घोष के साथ दीप प्रज्ज्वलन के बाद आचार्य कृष्ण प्रसाद पन्थी ने ग्रामलोक के उद्देश्य की जानकारी देते हुए कहा कि साहित्य अकादेमी ग्रामलोक कार्यक्रम के माध्यम से देशभर में गैर-शहरी क्षेत्रों के स्थानीय लेखकों एवं कवियों को 24 भाषाओं में एक राष्ट्रीय मंच प्रदान कर रहा है। अपने बीज-वक्तव्य में उन्होंने कविता के क्षेत्र में संस्कृत और नेपाली के बीच साझा समृद्ध विरासत पर बल दिया।
एक अन्य कवि और साथ वर्ष पूर्व इसी स्कूल के छात्र रहे, श्री उदय ठाकुर ने अपने स्कूल के दिनों के अनुभवों और देहरादून में गोरखा समुदाय की विरासत पर आधारित एक कविता सुनाई। कार्यक्रम में कवि बी. बी. राणा ‘क्षितिज’ ने प्रकृति के महत्व पर एक विचारपूर्ण कविता का पाठ किया, जबकि एक अन्य कवि सुशील देवली ने अपनी कविता ‘गौरैया’ के माध्यम से छात्रों को अपना संदेश दिया। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन डॉ. दिनेश शर्मा ने किया और उन्होंने अपनी कविता में बीजगणित की अवधारणा के माध्यम से संयुक्त परिवार के मूल्य, मान्यता एवं महत्व को बताया।
अंत में प्रधानाचार्य दीपाली जुगरान ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर गोरखाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदमसिंह थापा, लेखक पी.एन. राय, सी.के. राय, गोपाल सिंह क्षेत्री, नेत्र प्रसाद, शान्तिप्रसाद, पूनम शर्मा, ज्योति रानी, शांता पंथी अन्य गणमान्य अतिथियों के अतिरिक्त करीब 60 विद्यार्थी उपस्थित रहे। संपूर्ण कवि गोष्ठी को देहरादून के दूरदर्शन केंद्र द्वारा कवर किया गया और इसे निकट भविष्य में डीडी उत्तराखंड द्वारा प्रसारित किया जाएगा।

(रिपोर्ट, तस्वीर: डॉ .सुशील उपाध्याय)

  • Related Posts

    धान-परती भूमि में रबी फसल उत्पादन हेतु उन्नत तकनीक की जानकारी दी गई

    पटना – कार्यालय प्रतिनिधि। धान-परती भूमि में सिंचाई व नमी की कमी के कारण फसल उत्पादन में समस्या आती है। साथ ही, पर्याप्त दलहन एवं तिलहन की अल्पावधि किस्मों की…

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में आयोजित किया गया मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण

    डेहरी-आन-सोन  (रोहतास) विशेष संवाददाता। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित नारायण कृषि विज्ञान संस्थान के पादप रोग विभाग द्वारा सात दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम का सकुशल समापन आज किया गया।…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

    You Missed

    धान-परती भूमि में रबी फसल उत्पादन हेतु उन्नत तकनीक की जानकारी दी गई

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में आयोजित किया गया मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में आयोजित किया गया मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण

    लोजपा (आर) की बैठक, आगामी चुनाव योजना पर हुई चर्चा

    उद्यमी योजना के लाभुकों को दिया गया प्रथम व द्वितीय किस्तों की राशि व प्रशस्ति पत्र

    उद्यमी योजना के लाभुकों को दिया गया प्रथम व द्वितीय किस्तों की राशि व प्रशस्ति पत्र

    उन्नत बकरी पालन किसानों की आजीविका का आधार : डॉ. अनुप दास

    उन्नत कृषि तकनीक द्वारा धान-परती भूमि प्रबंधन

    उन्नत कृषि तकनीक द्वारा धान-परती भूमि प्रबंधन