डेहरी -आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। टीम डेहरीयंश के द्वारा प्रस्तावित जिला डेहरी के अंतर्गत नौहट्टा और रोहतास प्रखंड के अनेक स्थानों पर डेहरी को जिला बनाने के लिये बैनर लगाये गये पोस्टर, स्टीकर भी चिपकाया गया। टीम डेहरीयंश के सदस्यों के द्वारा जिला डेहरी बनने के बाद फायदों को बताया गया। छोटे जिला बनने से सरकारी योजनाएं जल्द से जल्द पहुंचेगी और सरकार को अधिक राजस्व की भी प्राप्ति होगी।
डेहरी क्षेत्रफल के दृष्टि से 11 वां और जनसंख्या के दृष्टि से 18 वां सबसे बड़ा शहर है। डेहरी आज भी बिहार के 21 जिला मुख्यालयों से बड़ा शहर है साथ ही डेहरी आयोजन क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 345179 है और जिला मुख्यालय नहीं है। 1972 में पुलिस अधीक्षक का मुख्यालय स्थापित किया गया। आज 52 वर्षों से रोहतास जिला का पुलिस मुख्यालय डेहरी है जबकि डेहरी से छोटे-छोटे जगहों को कई वर्षों पहले ही जिला का दर्जा दिया जा चुका है। डेहरी जिला मुख्यालय बनने के सभी मापदंडों को पूरा करता है। डेहरी में पहले से ही जिला और प्रमंडल स्तरीय अनेक कार्यालय मौजूद है।
प्रमुख रूप से डीआईजी कार्यालय, पुलिस अधीक्षक, बीएमपी-2, श्रम विभाग, सिंचाई विभाग, महिला थाना, हरिजन थाना, सीआईडी कार्यालय, रजिस्ट्री कार्यालय, पथ निर्माण को विभाग, पीएफ कार्यालय एवं अन्य महत्वपूर्ण कार्यालय अवस्थित है। डेहरी पहले से ही विकसित शहर रहा है, डेहरी को जिला मुख्यालय बनाने में ज्यादा संसाधन की आवश्यकता भी नहीं है। जिला डेहरी के अंतर्गत 8 प्रखंडों को चयनित किया गया है जो कि एक दूसरे से सामाजिक और व्यापारिक रूप से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं जिसमें नौहट्टा, रोहतास, तिलौथू, डेहरी, अकोढ़ीगोला, राजपुर, नासरीगंज और काराकाट प्रखंडों शामिल किया गया है जिसका क्षेत्रफल 1576 वर्ग किमोमीटर होगा। उपरोक्त सभी प्रखंडों की आज कुल जनसंख्या लगभग 15 लाख से भी ज्यादा है।
डेहरी को जिला बनाने के लिये टीम डेहरीयंस के द्वारा डेहरी शहर में रैली किया जा चुका है। साथ ही बिहार की राजधानी पटना में और देश की राजधानी दिल्ली में भी प्रदर्शन हुआ। टीम डेहरीयंस ने डेहरी के जिला बनाने के लिये 10 हजार स्थानीय लोगों का समर्थन के द्वारा हस्ताक्षर अभियान और पोस्ट कार्ड अभियान कराकर मुख्यमंत्री कार्यालय में भी भेजा जा चुका है। अभी कुछ दिनों पहले ही प्रस्तावित जिला डेहरी के अंतर्गत काराकाट, नासरीगंज, राजपुर और तिलौथू में जनसम्पर्क अभियान भी हुआ था। स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया डेहरी को जिला बनाने की और डेहरी को मांग का समर्थन किया। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल उपमुख्यमंत्री समेत कई कैबिनेट मंत्रियों को भी पत्राचार किया जा चुका है। डेहरी-बंजारी- पिपराडीह रेल लाइन की स्वीकृति 2008 में मिला, लेकिन अभी तक फण्ड का आवंटन नहीं हुआ। रोहतास प्रखंड के रोहतासगढ़ किला, चौरासन मंदिर और गणेश मंदिर के विकास लिये भी आवाज उठाया गया है। बहुत जल्द कायाकल्प होगा। नौहट्टा प्रखंड में खनिज की खुदाई 2025 से शुरू होंगी।
मौके पर टीम डेहरीयंस के संस्थापक सह अध्यक्ष चन्दन कुमार, आर के सिंह, अमित कुमार, सत्यानन्द कुमार, विकास कुमार, मनोज कश्यप, अनिल गुप्ता, आयुष कुमार, धनंजय कुमार, बिट्टू गुप्ता, अमित सोनी, संतोष सिंह, सुमित कुमार, योग गुरु शैलेन्द्र, दीपक कुमार, दिलीप तिवारी एवं अन्य सदस्यों ने बढ़- चढ़ कर हिस्सा लिया।
–निशांत राज
डिहरी जिला बनकर रहेगा,
बिहार का सबसे शिक्षित शहर डिहरी को जिला बनाकर यहां अकबरपुर में एक नया महिला कॉलेज बनाया जाए,और इस क्षेत्र में उधोग के बहुत आसार हैं, इसलिए नए नए उधोग लगाए जाएं,
डिहरी-बंजारी-चोपन रेल लाइन भी बनना बहुत जरूरी है तभी इस क्षेत्र का विकास होगा