

पटना -कार्यालय प्रतिनिधि। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना ने प्रोमोटिंग ऐन्ड ऐक्सेलरैटिंग यंग ऐन्ड अस्पाइरिंग इनोवैटर स्टार्टअप (प्रयास) पहल के तहत सिलाई प्रशिक्षण शुरू किया। महिलाओं के सशक्तिकरण और कौशल विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना ने अनुसूचित जाति उप-योजना (एससीएसपी) कोष के तहत प्रयास पहल के अंतर्गत सिलाई मशीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास के मार्गदर्शन पर इस पहल पर संस्थान द्वारा जोर -शोर से इस पर कार्य किया जा रहा है, जिसमें संस्थान कृषि और गैर-कृषि सहायता के माध्यम से क्षमता निर्माण का कार्य कर रहा है। पिछले वर्ष इस कार्यक्रम में, महिलाओं को सिलाई मशीनें वितरित की गईं, जिसमें कुछ महिलाओं ने अपने-अपने कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और कुछ महिलाओं को प्रशिक्षण की आवश्यकता थी। इस आवश्यकता को समझते हुए शनिवार से सात दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ जो 7 मार्च 2025 तक चलेगा।
उद्घाटन सत्र के दौरान प्रशिक्षुओं को कैंची, सुई और अन्य सहायक उपकरण सहित आवश्यक सिलाई सामग्री वितरित की गई। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को स्थायी आजीविका का समाधान, वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देना और सामाजिक उत्थान करना है। यह कार्यक्रम कौशल विकास को आजीविका संवर्धन के साथ एकीकृत करने के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के चल रहे प्रयासों को दर्शाता है, जो ग्रामीण समुदायों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करता है। इस टीम में संस्थान से डॉ. शिवानी, डॉ. रजनी कुमारी, डॉ. रचना दुबे, डॉ. कुमारी सुभा, डॉ. कीर्ति सौरभ, डॉ. आरती कुमारी, नूपुर कुमारी, उमेश कुमार मिश्र और उषा किरण हैं |