चित्रगुप्त मैदान की होगी चाहरबंदी : विधायक
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। सोन नदी के पश्चिम तट पर स्थित थाना चौक-एनिकट रोड के किनारे चित्रगुप्त मैदान में करीब सात दशक पुराने चित्रगुप्त मंदिर परिसर में भगवान चित्रगुप्त की सामूहिक पूजा, प्रसाद-वितरण और आरती का आयोजन किया गया, जिसमें चित्रांश परिवारों के पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी भाग लिया। यह पहली बार था कि चित्रगुप्त समाज द्वारा आरती कार्यक्रम में शहर के प्रतिनिधि लोग शामिल हुए और मंदिर के सामने टेंट में समाज के साथ शहर में नागरिक सुविधा की स्थिति पर भी विमर्श किया। विशेष आमंत्रित विधायक सत्यनारायण सिंह यादव ने बताया कि उनका प्रयास है, सरकार की योजना के तहत चित्रगुप्त मैदान परिसर की घेराबंदी हो जाए और इसमें सार्वजनिक श्रम-सहयोग से सघन पौधरोपण भी हो। प्रतिष्ठित चिकित्सकों डा. रागिनी सिन्हा, डा. उदय कुमार सिन्हा और सनबीम स्कूल के निदेशक राजीव रंजन ने कहा कि मंदिर के सौंदर्यीकरण और ऊपरी तल के निर्माण कार्य के लिए अग्रणी सहयोग बना रहेगा।
मिट्टी की मूर्ति से शुरुआत, आईं सुप्रसिद्ध कला-हस्तियां
वरिष्ठ वार्ड पार्षद ब्रह्म्ïोश्वरनाथ उर्फ काली बाबू ने बताया कि इस मंदिर-स्थल पर देश की आजादी के बाद छठवें दशक के आरंभ में मिट्टी की पीठ बनाकर उस पर मिट्टी की छोटी मूर्ति रखकर सिंचाई विभाग की सबसे पुरानी कालोनी के पूर्व कर्मचारी संत प्रसाद ने कालोनी के पड़ोसियों के साथ सामूहिक चित्रगुप्त पूजा की शुरुआत की थी, जो सेवानिवृत्त होने के बाद बक्सर के चरित्रवन में बस गए। वरिष्ठ लेखक-संपादक और सोनघाटी पुरातत्व परिषद के सचिव कृष्ण किसलय ने बताया कि चित्रगुप्त मैदान में उन्हें भी बीती सदी के आखिरी दशक में चित्रगुप्त सम्मेलन के मंच संचालन का मौका मिला था। बताया कि 20वींसदी में अंतरराष्ट्रीय ख्याति के पद्मश्री और पद्मभूषण राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त बिस्मिल्लाह खां (शहनाई वादक), गुदई महराज (तबला वादक), एन. राजन (वायलिन वादक), शारदा सिन्हा (लोकगायिका) जैसी कला-हस्तियां और सूफियाना चिश्ती कव्वाली के सुप्रसिद्ध दल के कार्यक्रम इस मैदान में प्रस्तुत हुए, जिस कारण ही सिंचाई विभाग की 19वीं सदी की इस पुरानी कालोनी का खाली स्थान चित्रगुप्त मैदान नाम से प्रसिद्ध हो गया।
जल्द बन सकेगा सामुदायिक कक्ष
सोन कला केन्द्र के अध्यक्ष भरत लाल ने जानकारी दी कि स्वर्गीय कमला प्रसाद सिन्हा ने एशिया प्रसिद्ध कारखानों वाले डालमियानगर परिसर में और स्वर्गीय बैजनाथ प्रसाद ने डेहरी में कायस्थ समाज की चित्रगुप्त पूजा की सामूहिक परंपरा की शुरुआत की, जिनकी अगली पीढ़ी के वंशजों ने समाज के सहयोग से अब चित्रगुप्त मंदिर पूर्ण निर्माण का बीड़ा उठाया है। चित्रगुप्त मंदिर निर्माण-कार्य के संयोजकों मिथिलेश कुमार (पूर्व सचिव विधिज्ञ संघ), ओमप्रकाश सिन्हा कमल (अधिवक्ता), श्रवण कुमार अटल ने जानकारी दी कि समाज का सहयोग प्राप्त होता रहा तो जल्द ही मंदिर के ऊपर तल पर सामुदायिक कक्ष का निर्माण करा लिया जाएगा। मिथिलेश कुमार ने बताया कि चित्रगुप्त समाज नाम से ट्रस्ट के पंजीकरण की पहल जारी है, जिसके लिए अलग कोष का प्रबंध हो चुका है। इस अवसर पर चर्चा में चित्रगुप्त समाज के विकास सिन्हा (ठेकेदार), निशांत राज (सचिव सोन कला केेंद्र), आलोक श्रीवास्तव (अभियंता), विनय कुमार सिन्हा (लेखाधिकारी), मनोज श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव, मनोरंजन सिन्हा, अनिल कुमार सिन्हा, ललित श्रीवास्तव, राकेश कुमार सिन्हा, नवीन सिन्हा, अभिषेक सिन्हा, सोनू श्रीवास्तव, सुरेंद्र सिन्हा चुन्नू, सुनील कुमार पप्पू आदि के साथ डिहरी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रभारी प्रकाश गोस्वामी सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
(रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज)
सर्वसमाज के कलमजीवियों के देव हैं चित्रगुप्त
सासाराम (रोहतास)। प्रगतिशील कायस्थ समाज द्वारा मंगलम उत्सव वाटिका सभागार में चित्रगुप्त मंत्र (मसीभाजन संयुक्तश्चरसि त्वं महीतले, लेखनी-कटिनीहस्त चित्रगुप्त नमोस्तुते) के साथ संपन्न कलम-दवात के ईष्टदेव चित्रगुप्त महाराज के सर्वसमाज पूजनोत्सव को संबोधित करते हुए नवीन सिन्हा ने कहा कि समाज के किसी जाति-वर्ण का कलम के बल पर आय सृजित कर समाज के संरचनात्मक विकास में योगदान देने वाले व्यक्ति के भी देवता चित्रगुप्त हैं। प्रसाद वितरण के बाद कायस्थ समाज बच्चों शाश्वत, रूद्र, पीयूष, अभिजीत और उज्जवल आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन अर्जुन कुमार ने किया। कार्यक्रम में प्रज्ञा सिंहा, शाश्वत श्रीवास्तव, सृष्टि श्रीवास्तव, अभिजीत अर्जुन, संजय कुमार तिवारी, उज्जवल कश्यप, पीयूष राज, उत्सव राज, शंकर सिन्हा, संजय सिंह, इफ्तेखार अली खान, संजय श्रीवास्तव, शंभूनाथ त्रिपाठी, विजय कुमार पाण्डेय, विजय सिंह, मोहन बाबू, डा. उमेश कुमार राय, डा. विनोद सिंह उज्जैन, डा. प्रवीण सिन्हा, राजेश कुमार सिंह उर्फ बिहारीजी, समरेश सिन्हा, रामानंद श्रीवास्तव, शैलेन्द्र लाल, अनिल कुमार श्रीवास्तव, डा. उमेश कुमार, सोनू श्रीवास्तव, अभिषेक अर्जुन, रूद्राक्ष लाल आदि शामिल हुए।
(रिपोर्ट, तस्वीर : अर्जुन कुमार, प्रवक्ता प्रगतिशील कायस्थ समाज)
निकाली गई आंत में फंसी बंदूक की गोली
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय संवाददाता। जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल (एनएमसीएच) में एक व्यक्ति की आंत में फंसी हुई बंदूक की गोली चिकित्सकों की टीम द्वारा सर्जरी विभाग के डा. विकास कुमार के नेतृत्व में शल्य-क्रिया के जरिये निकाली गई। जब मरीज को एनएमसीएच में भर्ती किया गया था, तब मरीज के शरीर से काफी खून निकल चुका था और हालत गंभीर थी। डा. आदित्य कुमार (निश्चेतक), डा. अंशुमन पांडेय, डा. तुन ुिप्रया, डा. शिशिर कुमार, डा. ऋचा आदि की टीम ने आपरेशन कार्य में संलग्न थे। आपरेशन के बाद मरीज को सघन चिकित्सा कक्ष में रखकर चिकित्सकीय निगरानी रखी गई और एक सप्ताह के बाद पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। घायल मरीज रौशन कुमार (भेडिय़ा ग्राम) का इलाज प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत निशुल्क किया गया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ)