मिली पीएचडी की उपाधि, और गोल्ड मेडल भी
डालमियानगर, रोहतास (बिहार)-सोनमाटी समाचार। रांची विश्वविद्यालय की गोल्ड मेडलिस्ट प्रियंका गौतम टीचर बन गई। रांची विश्वविद्यालय के कुलपति के आमंत्रण पर इन्होंने टीचिंग एवार्ड स्वीकार विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को पढ़ाने का कार्य पिछले सोमवार से आरंभ कर दिया है।
डालमियानगर की बेटी हैं प्रियंका गौतम
मध्यकालीन इतिहास विषय से स्नातकोत्तर में 76 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त कर गोल्ड मेडल पाने वाली प्रियंका गौतम बिहार के रोहतास जिले के डालमियानगर स्थित रोहतास उद्योग समूह के स्थानीय परिसर प्रभारी अधिकारी एआर वर्मा की बड़ी बेटी हैं। प्रियंका की इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई डालमियानगर माडल स्कूल में और स्नातक की पढ़ाई पटना कामर्स कालेज में हुई थी। डालमियानगर माडल स्कूल में ही पढ़े प्रियंका के बड़े भाई अभिजीत मुंबई में आईडीबीआई बैंक में सहायक प्रबंधक हैं।
22 को एक साल के लिए टींिचंग एवार्ड
रांची विश्वविद्यालय के कुलपति की ओर से जारी टींिचंग असिस्टेंटशीप एवार्ड की सूची में प्रियंका गौतम के साथ विवेक कुमार (नृविज्ञान), दीपमाला (अर्थशास्त्र), अंकिता कुमारी (भूगोल), तरुण सिंह (इतिहास), बबली कुमारी (गृह विज्ञान), संजय कुमार सिंह (राजनीति विज्ञान), संजय कुमार सिंह (मनोविज्ञान), जय जगदिश्वरी आदित्य (समाज शास्त्र), शिवानी मिश्र (दर्शन शास्त्र), अर्चना माजी (बंगला भाषा), अनुरुद्ध झा (अंग्रेजी), पूजा पांडेय (संस्कृत), गीता कुमारी (हिंदी), सुफिया खातून (उर्दू), निर्मल उरंाव (टीआरएल), अलका कुमारी (वाणिज्य), शशि किरण (वनस्पति शास्त्र), अंकिता सहाय (रसायनशास्त्र), मैरी टिर्की (भूगर्भशास्त्र), अफसाना खातून (गणित), पूजा प्रिया (भौतिक शास्त्र), और फातिमा फौजिया (जीव विज्ञान) को चुना गया है।
रांची विश्वविद्यालय के कुलपति ने रांची विश्वविद्यालय में वर्ष 2016 में टाप करने व गोल्ड मेडल पाने वाले इन 22 स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को एक साल के लिए टींिचंग असिस्टेंटशीप एवार्ड प्रदान किया है, जिसके तहत इन्हें शिक्षक (टीचिंग असीस्टेंट) के रूप में एक साल तक कार्य करना है। शिक्षक के रूप में योगदान शुरू करने से पहले विश्वविद्यालय की ओर से प्रियंका को पीएचडी की उपाधि दीक्षांत समारोह में प्रदान किया गया और गोल्ड मेडल से भी इन्हें सम्मानित किया गया।