
हफ्तवार लिंक होगी अंतरराष्ट्रीय बाजार से रसोई गैस की कीमत

डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि निशान्त राज। रसोई गैस की कीमत नए साल में हर महीने के बजाय अब हर हफ्ते बदल जाएगी। रसोई गैस की कीमत भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चा तेल के उत्पादन पर निर्भर है, जिसमें रसोई गैस का भी उत्पादन होता है। शहर की अग्रणी रसोई गैस एजेंसी मोहिनी इंटरप्राइजेज के प्रबंध निदेशक उदय शंकर ने सोनमाटीडाटकाम को बताया कि रसोइगैस वितरकों के अखिल भारतीय संगठन के दिल्ली स्थित प्रतिनिधि से यह संकेत मिला है कि अभी तक हर महीने परिवर्तित होने वाला दाम हर हफ्ते परिवर्तित होगा, क्योंकि तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी से ऊपर-नीचे होने लगा है। इससे दाम में चढ़ाव से अधिक कीमत का भुगतान ही नहीं करना पड़ेगा, बल्कि दाम में उतार से कम कीमत भी रसोई गैस उपभोक्ता को देगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना बंद की जा चुकी है, जो नए ंवंचित-गरीब उपभोक्ताओं के सामने आने का आकलन कर शायद फिर से चालू हो। कोविड-19 काल में वंचित परिवारों की महिलाओं को लगातार तीन सिलेंडर रसोईगैस मुफ्त मुहैया कराने वाली उज्ज्वला योजना का लाभ यह हुआ कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के अत्यंत गरीब परिवार की महिलाओं में से अधिसंख्य इसकी अभ्यस्त हुर्ईं। रसोईगैस का इस्तेमाल समय की बचत करने वाला और धुआं मुक्त होने से स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
हर समय उपलब्ध ट्रेड फ्री छोटा रसोई गैस सिलेंडर : उदय शंकर

उदय शंकर ने बताया कि ट्रेड फ्री रसोईगैस छोटे सिलेंडर में बिना किसी कनेक्शन पासबुक औपचारिकता के सबके लिए उपलब्ध है, जो खासकर प्रवासी श्रमिकों, प्रवासी विद्यार्थियों और माइक्रो स्वरोजगार कारोबारियों के लिए है। इस सिलेंडर को आसान किस्तों में भी हर समय उपलब्ध कराने की व्यवस्था मोहिनी इंटरप्राइजेज ने की है।
इस बार आनलाइन हुआ शंकरस्मृति व्याख्यान समारोह

दिल्ली (कार्यालय प्रतिनिधि)। आनलाइन शंकरदयाल सिंह स्मृति व्याख्यान में इस वर्ष उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, अशोका विश्वविद्यालय के संस्थापक डा. प्रमथराज सिन्हा, राजगीर बोध विहार सोसाइटी की सचिव डा. महाश्वेता महारथी, अमेरिका के इंस्टीट्यूट आफ एडवांस साइंसेस के प्रो. बलराम सिंह आदि ने चर्चा में भाग लिया। बिहार के औरंगाबाद जिला के देव निवासी शंकरदयाल सिंह अग्रणी राजनेता के साथ साहित्यकार, संपादक थे, जिन्हें राजनीति और साहित्यकारिता दोनों ही विरासत में प्राप्त हुई थी। इस अवसर पर शंकरदयाल सिंह का आनलाइन बचपन आधारित फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। इस वेबीनार में सात करोड़ रुपये के ग्लोबल टीचर एवार्ड प्राप्त करने वाले रंजीत सिंह दिसाले को भी खास तौर पर याद कर भारतीय संस्कृति के त्याग और दान के कर्म-पक्ष के महत्व को रेखांकित किया, जिन्होंने आधी रकम अपने साथ के प्रतियोगियों के बीच बांटकर भारत के यश में वृद्धि की।
(शंकरदयाल सिंह पुत्र वरिष्ठ पत्रकार रंजन सिंह के व्हाट्सएप से)
केशवप्रकाश सक्सेना सहित 10 अग्रणी साधकों-सेवकों को सम्मान
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)-डा. भगवान उपाध्याय। हिंदी साहित्य में अग्रणी योगदान केलिए 23वां अंतरराष्ट्रीय जुनूं अवार्ड 2020 प्रयागराज के प्रतिष्ठित साहित्यकार केशवप्रकाश सक्सेना को दिया गया है। वरिष्ठ साहित्यकार डा. रामलखन चौरसिया के अनुसार, विश्व मानव संघ द्वारा हर वर्ष दिया जाने वाला यह अवार्ड 01 जनवरी को मानव दिवस पर दिया जाता है। साहित्यसेवा के लिए प्रयागराज के केशवप्रकाश सक्सेना को हिंदी, गुजरात के मंगल उमेश डांगे को मराठी, मनाली दर्पण नाइक को गुजराती, बहराइच (उत्तर प्रदेश) के गुलाम अली शाह को उर्दू, गुलाबचंद जैसवाल को हिंदी कविता, स्विट्जरलैंड के जीन क्रिस्टोफर जेरिलार्ड को कला और समाजसेवा के लिए युगांडा के डा. मारिया बाबूव्या, जमैका के जान स्टोन, आंध्र प्रदेश के टीवी सुब्बाराव, फतेहपुर (उत्तर प्रदेश) के कुमार शेखर चंद्रशेखर को अंतरराष्ट्रीय जुनूं अवार्ड का चयनकर इसकी घोषणा की गई है। परिश्रम, मेधा और सतत योगदान के लिए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को विश्व मानव सेवा संघ सम्मानित करता है। इस अवार्ड की स्थापना विश्व मानव संघ के संस्थापक अध्यक्ष डा. रविभूषण जुनूं ने की थी।
कोविड-19 ने दिखाया भविष्य का रास्ता : ठाकुर
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-विशेष संवाददाता। घर से ही कार्य करने की संस्कृति अपनाने वाले कर्मियों की उत्पादकता में वृद्धि दर्ज की गई है। व्यापारिक प्रतिष्ठानों में भी कार्य संपादित करने का ढंग बदला है। फ्यूचर आफ वर्क एंड लर्निंग फ्राम कोविड-19 के संदर्भ में यह बात जमुहार (रोहतास) स्थित गोपालनारायणसिंह विश्वविद्यालय के प्रबंध शिक्षा संकाय में इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट इंटरफेस कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत नवागंतुक विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए आदित्य बिरला समूह के हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के मानव संसाधन विभाग के अध्यक्ष एचआर विनोदानंद ठाकुर ने कही। श्री ठाकुर ने बताया कि कोविड-19 के कारण कार्यशैली बदली तो हिंडाल्को कंपनी ने भी इस दिशा में कोरोना काल में विभिन्न उपाय किए। उन्होंने विद्यार्थियों को कंफर्ट जोन से बाहर आने का आह्वान करते हुए पारंपरिक पढ़ाई से अधिक सटीक अध्ययन पर बल दिया। गोपालनारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मोहनलाल वर्मा और प्रबंध शिक्षा संकाय के डीन प्रो. आलोक कुमार ने अतिथि वक्ता का परिचय दिया।