पत्रकार के शब्द समाज के लिए मार्गदर्शन : संतोष कुमार सिंह

नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, इंडिया-संतोष कुमार सिंह

डेहरी-आन-सोन  (रोहतास) विशेष संवाददाता।  नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, इंडिया के राष्ट्रीय कार्य समिति का शनिवार को उद्घाटन करते हुए बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि पत्रकारिता समाज का दर्शन और मार्गदर्शन है। उन्होंने पत्रकारिता के आरंभ का संदर्भ सनातन संस्कृति से देते हुए बताया कि जब हमें पत्रकारीय आदर्श की बात करनी होती है तो हम देव ऋषि नारद की ओर देखते हैं। इसलिए पत्रकार का काम नारद जी की भांति समाज को सजग और सतर्क रखना भी है।

रोहतास जिले के जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में 03 और 04 अगस्त, 2024 को आयोजित इस राष्ट्रीय कार्य समिति में उन्होंने देशभर से आए पत्रकारों को आश्वासन देते हुए कहा कि पत्रकारों के वेतनभत्ते को लागू करने के लिए श्रम संस्थान मंत्री के रूप में उनसे जो भी संभव होगा, वह करेंगे। इस अवसर पर नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स बिहार की ओर से प्रकाशित स्मारिका ‘उद्घोष’ का विमोचन किया गया।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि पत्रकार समाज का पथप्रदर्शक होता है, यह पैसे कमाने का माध्यम नहीं होता। उन्होंने पत्रकारिता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि आज देश चौराहे पर खड़ा है, जहां विभिन्न तरीके से देश पर प्रहार हो रहा है। इसको सहने और इसका सामना करने में पत्रकारिता की बड़ी भूमिका हो सकती है।

उन्होंने कहा कि भारत ही एक ऐसा देश है जहां के लोग अपनी ही संस्कृति और संस्कार को लेकर हीन भावना से ग्रस्त रहते हैं। इस नैरेटिव का भेदन करने की क्षमता सिर्फ पत्रकारिता में है, ऐसे में इसका दायित्व और भी अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने रामराज की अवधारणा को परिभाषित करते हुए कहा कि जहां हर कोई एक दूसरे की चिंता है, ऐसी भावना हमें पत्रकारिता जगत में भी लानी चाहिए।

नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मलिक ने आपातकाल के दौरान पत्रकारों पर लगाए गए प्रतिबंध और उसे दौरान एनयूजे की जीवटता की चर्चा की। उन्होंने बताया कि एनयूजे के प्रयासों से ही प्रेस काउंसिल ने स्वरूप में आया। उन्होंने श्रम न्यायालय में पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति और वेज बोर्ड की सिफारिशें लागू करने के लिए त्रिपक्षीय समिति निर्माण की मांग की। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव सुरेश शर्मा ने एन यू जे का सांगठनिक परिचय दिया और जनसरोकार वाली पत्रकारिता की वकालत की।

नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, बिहार के अध्यक्ष राकेश प्रवीर ने देश के कोने-कोने से आए पत्रकार बंधुओ का अपने संबोधन से स्वागत किया और इस राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक की तैयारी से अवगत कराया। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह ने इस आयोजन को ज्ञान का अमृत मंथन बताया। धन्यवाद ज्ञापन नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, बिहार के महासचिव कृष्णकांत ओझा ने किया, वहीं मंच संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष ददन पांडेय ने किया। आगंतुक अतिथियों का स्वागत रोहतास जिला इकाई के अध्यक्ष अजीत कुमार, महासचिव विनोद कुमार तिवारी तथा कोषाध्यक्ष अमरजीत कुमार ने किया।

  • Related Posts

    कार्यालय और सामाजिक जीवन में तालमेल जरूरी : महालेखाकार

    महालेखाकार भवन में ऑडिट सप्ताह में कई कार्यक्रमों का आयोजन देहरादून (उत्तराखंड)-विशेष प्रतिनिधि। कौलागढ़ स्थित महालेखाकार भवन में ऑडिट सप्ताह के तहत अनुज शर्मा, उपमहालेखाकार एवं मुकेश कुमार, उपमहालेखाकार के…

    व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में हुई थी आभूषण कारोबारी सूरज की हत्या

    डेहरी-आन-सोन (रोहतास) कार्यालय प्रतिनिधि। गत अगस्त माह में जिले के बड्डी थाना क्षेत्र के आलमगंज बाजार में स्वर्ण व्यवसाय सूरज कुमार की हत्या प्रतिस्पर्धा में की गई थी। इसका सफल उद्भेदन…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

    You Missed

    कार्यालय और सामाजिक जीवन में तालमेल जरूरी : महालेखाकार

    व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में हुई थी आभूषण कारोबारी सूरज की हत्या

    व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में हुई थी आभूषण कारोबारी सूरज की हत्या

    25-26 नवंबर को आयोजित होगा बिहार संवाद कार्यक्रम

    25-26 नवंबर को आयोजित होगा बिहार संवाद कार्यक्रम

    विधान परिषद के सभागार में ‘सुनो गंडक’ का हुआ लोकार्पण

    विधान परिषद के सभागार में ‘सुनो गंडक’ का हुआ लोकार्पण

    शिक्षा के साथ-साथ अपनी संस्कृति और माटी से भी कसकर जुड़े रहना चाहिए : रामनाथ कोविन्द

    शिक्षा के साथ-साथ अपनी संस्कृति और माटी से भी कसकर जुड़े रहना चाहिए : रामनाथ कोविन्द

    भारत के राष्ट्रपति जीएनएसयू के तृतीय दीक्षान्त समारोह में होंगे शामिल

    भारत के राष्ट्रपति जीएनएसयू के तृतीय दीक्षान्त समारोह में होंगे शामिल