रोशनी से गुलजार चिमनियों का चमन और पानी के रेले से प्रकंपित सोन की चौड़ी छाती !
=० स्मृतियों का झरोखा ०= दिल्ली से सोनमाटीडाकाम के लिए शिक्षण-लेखन का कार्य करने वाले कौशलेन्द्र प्रपन्न ने इस संस्मरणात्मक लेख में अपने शहर डेहरी-आन-सोन (बिहार) में किशोर उम्र तक…
…क्योंकि बिहारी हो तो आखिर कुचले-भगाए जाओगे ही न !
गुजरात के वड़ोदरा और फिर पंजाब के अमृतसर की घटनाओं पर स्थानीय समाज के लोगों ने बिहार के प्रवासियों के साथ जो रवैया अपनाया, वह क्या पूरे देश-समाज के लिए…
तीन नारे, जो आजादी के संघर्ष के अपने-अपने तरीके के लिए गढ़े गए
आज समाज के एक हिस्से का जोर वंदे मातरम् (नारा) पर है। जबकि देश के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान तीन प्रमुख नारों वंदे मातरम्, जयहिंद और इंकलाब जिंदाबाद का जन्म…
गांधी : बिहार में हुआ ‘महात्माÓ अवतार, किया आजीवन अधनंगा रहने का फैसला
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष पर विशेष संयोजन गांधी : बिहार में हुआ ‘महात्माÓ अवतार, किया आजीवन अधनंगा रहने का फैसला प्रतिबिम्ब /कृष्ण किसलय सौ साल पहले…
केरल जलप्रलय : ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन का ही कहर
(प्रतिबिम्ब/कृष्ण किसलय) केरल में करीब एक सदी बाद आई भीषण बाढ़ से पांच सौ से अधिक लोगों की जान गई, लाखों बेघर व विस्थापित होने को मजबूर हुए और कई…
श्रद्धांजलि : अंतरराष्ट्रीय पहचान वाले हिन्दी के शीर्ष कवि-लेखक-पत्रकार विष्णु खरे
हिंदी के अप्रतिम विलक्षण कवि-लेखक-पत्रकार विष्णु खरे अब हमारे बीच नहीं हैं। हिंदी और अन्य भारतीय भाषा साहित्य में ही नहीं, उनकी पहचान विश्व साहित्य में भी है। वह ऐसे…
हे हमारी हिन्दी, मंच न गोष्ठी तुम सदा रहना जीवन में
दिल्ली से लेखक-पत्रकार-कवि कौशलेन्द्र प्रपन्न द्वारा हिन्दी दिवस (14 सितम्बर) के अवसर विशेष पर सोनमाटीडाटकाम के लिए लालित्यपूर्ण संवाद शैली में लिखी गई इस रचना में राजभाषा हिन्दी की सात…
नए अनुभव संसार की कहानियां हैं पूर्वोत्तर का दर्द
——————————————————- पुस्तक परिचय पूर्वोत्तर का दर्द (कहानी संग्रह) लेखक : चितरंजनलाल भारती पता : राजभाषा अनुभाग, हिन्दुस्तान पेपर कारपोरेशन, पोस्ट पंचग्राम-788802 (असम) मोबाइल : 9401374744 प्रकाशक : यशराज पब्लिकेशन, पटना…
गौतम बुद्ध से बहुत पहले का है वेदों की भाषा का कालखंड
भारत के सोन नदी अंचल (बिहार) केेंद्रित सोनमाटी मीडिया समूह के अग्रणी न्यूजपोर्टल सोनमाटीडाटकाम (sonemattee.com) पर सासाराम स्थित एसपीजैन कालेज के वरिष्ठ हिन्दी प्राध्यापक एवं भाषाविद प्रो. (डा.) राजेन्द्र प्रसाद…
हिरणों के इतिहास में शिकारियों की शौर्यगाथाएं आखिर क्यों?
लब्धप्रतिष्ठ भाषा वैज्ञानिक और साहित्य इतिहास लेखक प्रो. राजेन्द्र प्रसाद सिंह सासाराम (बिहार) स्थित शांति प्रसाद जैन महाविद्यालय में हिन्दी (भाषा विज्ञान) के वरिष्ठ प्राध्यापक हैं। भारतीय उपमहाद्वीप की संस्कृति-सभ्यता…