सोनमाटीडाटकाम की खबर का असर, सीओ आफिस से बना कागजात, एसडीएम कार्यालय से एक हफ्ते में प्रक्रिया पूरा होने का आश्वासन
सवाल : कैसे मिलेगी मुनिया को जमीन? इस शीर्षक से सोनमाटीडाटकाम में खबर फ्लैश हुई थी। इस खबर पर बिहार के औरंगाबाद जिले के हसपुरा स्थित संवाददाता ने यह जानकारी दी है कि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने संज्ञान में लेकर अंचलाधिकारी से जमीन उपलब्ध कराने के कागजात बनवा दिया है। अब अनुमण्डल कार्यालय स्तर काम रह गया है, जिसकी प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी हो जाने का आश्वासन हसपुरा के बीडीओ ने दिया है। सोन अंचल के ग्रामीण क्षेत्र के लोग इसे उपलब्धि मान रहे हैं। इसके लिए बीडीओ, हसपुरा सोनमाटी परिवार की ओर से धन्यवाद के पात्र हैं। 06 अक्टूबर को जो खबर प्रसारित हुई, वह नीचे दी जा रही है-
https://sonemattee.com/सवाल-कैसे-मिलेगी-मुनिया-क/
बिहार के औरंगाबाद जिले के हसपुरा प्रखंड अंतर्गत रतनपुर ग्राम की विधवा मुनिया देवी के लिए इंदिरा आवास बनाने की सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और उसके बैंक खाते में रकम भी आ गई है। मगर मुनिया के पास अपनी जमीन ही नहीं है। वह तो सड़क किनारे झोपड़ी डालकर वर्षों से किसी तरह अपना जीवन बसर कर रही है।
जमीन के लिए गांव के सरपंच ने अंचलाधिकारी से कई बार संपर्क कर चुके हैं। अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। मुनिया देवी जिलाधिकारी के जनता दरबार में भी अपना दुखड़ा सुना चुकी है। उसका आवेदन ले लिया गया है, जो व्यवस्था के मुताबिक फिर अंचलाधिकारी के पास ही अग्रसारित कर दिया जाएगा।
पिछले वर्ष ठंड के मौसम में मुनिया देवी के पति की मृत्यु इलाज के अभाव में हो गई। स्थानीय लोगों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दाह-संस्कार एवं ब्रह्मभोज तक के खर्च का इंतजाम किया था। फिलहाल मुनिया देवी जिलाधिकारी को दिए गए आवेदन की छाया प्रति लेकर अपने बच्चों के साथ दरवाजे-दरवाजे भटक रही है कि शायद जमीन देन-दिलाने वाला कोई मददगार मिल जाए और खुले आकाश के नीचे उसका भी अपना छत (आवास) हो जाए।
(वेब रिपोर्टिंग : शंभुशरण सत्यार्थी)