दाउदनगर (औरंगाबाद)-कार्यालय प्रतिनिधि। विद्या निकेतन विद्यालय समूह में शिक्षा का तनाव और परिस्थिति पर नियंत्रण तथा गतिशील प्रभावपूर्ण कक्षा प्रबंधन विषयों पर ओरिएंट ब्लैकस्वान पब्लिकेशन की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का औपचारिक उद्घाटन विद्या निकेतन विद्यालय समूह के सीएमडी सुरेश गुप्ता, सीईओ आनंद प्रकाश और डिप्टी सीईओ विद्या सागर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
देश-काल-परिस्थिति के सापेक्ष शिक्षा शिक्षण संस्था की जिम्मेदारी
कार्यशाला का विषय प्रवर्तन करते हुए सुरेश गुप्ता ने कहा कि पढ़ाई सिर्फ किताबों का पुलिन्दा और आधारभूत संरचना (भवन, पुस्तकालय, प्रयोगशाला आदि) का ही उपक्रम नहींहै, बल्कि यह इनोवेशन है और विजन है। शिक्षण से विद्यार्थियों, उनके परिवार और अंतत: समाज-देश का भविष्य भी जुड़ा होता है। इसलिए शिक्षण संस्था की यह जिम्मेदारी हो जाती है कि वह देश-काल-परिस्थिति के सापेक्ष विद्यार्थियों की शिक्षा की व्यवस्था करे। इसी सोच और जिम्मेदारी के अनुरूप अपने शिक्षकों को तैयार करे। विद्यार्थियों पर उनके पाठ्यक्रम की सही पढ़ाई का और शिक्षकों पर पाठ्यक्रम की पूरी तैयारी का तनाव होता है तो विद्यालय प्रबंधन पर भी प्रतिस्पर्धा के अनुरूप बने रहने और आगे निकलने का दबाव बना रहता है। इन्हींबातों को ध्यान में रखकर इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।
आनंद प्रकाश ने कहा कि शिक्षक ही शिक्षा के आरंभिक मजूबत आधार होते हैं। विद्यालय प्रबंधन ने इसके मद्देनजर ही कार्यशाला का आयोजन किया है, ताकि शिक्षकों-विद्यार्थियों में लक्ष्य पूरा करने के दबाव-तनाव के बावजूद पठन-पाठन के कार्य का बेहतर तरीके से दोनों स्तरों पर निष्पादन हो सके और अभिभावकों की आकांक्षा के अनुरूप टाप रिजल्ट का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।
मुख्य प्रशिक्षक संदीप कुमार डे के नेतृत्व में संपन्न कार्यशाला में विभिन्न उपक्रमों के जरिये बेहतर पढ़ाई और पढ़ाई को बेहतर तरीके से एडाप्ट (ग्रहण) करने की विधियों को बताया गया। बताया गया कि पठन-पाठन के विभिन्न संसाधनों स्मार्ट क्लास, ई-लर्निंग (लैपटाप, स्मार्ट फोन आदि), पुस्तकालय, सामान्य ज्ञान, निरीक्षण-परीक्षण के जरिये उच्चस्तरीय शिक्षा कैसे दी जा सकती है और उसका असरदार अनुसरण कैसे किया जा सकता है? कार्यशाला में विद्या निकेतन के प्राचार्य सरयू प्रसाद, संस्कार विद्या के प्राचार्य एके मिश्रा और किड्ज वल्र्ड प्राचार्य मोजाहिर आलम के साथ इन स्कूलों के करीब 135 शिक्षक-शिक्षिकाएं, गैर शिक्षण स्टाफ ने भाग लिया। अंत में विद्यालय समूह के प्रबंधन की ओर से विद्यालय समूह के शिक्षक-शिक्षिकाओं, अभिभावकों और विद्यार्थियों को नए साल की शुभकामनाएं दी गईं।
(रिपोर्ट और तस्वीर : उपेन्द्र कश्यप, निशान्त राज)
समाज के निरूपाय जरूरतमंदों में बांटे गए गर्म कपड़े और अनाज
हसपुरा (औरंगाबाद)-सोनमाटी संवाददाता। भारतीय युवा मंच की ओर से हसपुरा खेल मैदान में समाज के निरूपाय जरूरतमंदों कोस्थानीय जन सहयोग से गर्म कपड़ों और अनाज (चुड़ा-गुड़) का वितरण समारोहका आयोजन कर किया गया। समारोह की अध्यक्षता पूर्व प्रखण्ड प्रमुख आरिफ रिजवी ने और संचालन लेखक-पत्रकार शम्भूशरण सत्यार्थी ने किया।
इस मौके पर प्रखण्ड प्रमुख संजय मण्डल और थानाध्यक्ष डीएन सिंह ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम का युवाओं द्वारा आयोजन किया जाना यह बताता है कि युवाओं को समाज के कमजोर तबके की चिंता है और नई पीढ़ी आत्मकेेंद्रित ही नहीं है। इस तरह के आयोजन की अपनी जरूरत और सार्थकता है। जरूरतमंदों की मदद हर समर्थ नागरिक का कर्तव्य भी है। युवाओं ने समाज को एक दिशी दी है कि सक्षम लोगों के सहयोग से जरूरतमंदों की मदद की जा सकती है।
वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. अलखदेव प्रसाद अचल, पूर्व उप प्रखण्ड प्रमुख अनिल आर्य, पूर्व मुखिया विजय कुमार अकेला, पंचायत समिति सदस्य रामजीत राम, आंनद संगीत महाविद्यालय के प्राचार्य अशोक कुमार, निदेशक अरविंद कुमार वर्मा ने भी समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम के आयोजन में शहबाज मिनहाज, शुभम वर्मा, एकमल मण्डल, भोला कुमार, सुशील कुमार, आदिल, चाँद गुलफ राज आदि ने योगदान किया। कार्यक्रम में छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों को वस्त्र बांटे गए।
(रिपोर्ट और तस्वीर : शम्भूशरण सत्यार्थी)