पुरस्कार वितरण संग कृषि अनुसंधान परिसर पटना में हिन्दी पखवाड़ा संपन्न

पटना – कार्यालय प्रतिनिधि। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के तत्वाधान में हिंदी पखवाड़ा-2024 का समापन समारोह सोमवार को आयोजित हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एसकेयूएएसटी, कश्मीर के पूर्व कुलपति डॉ. नज़ीर अहमद, विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु के निदेशक डॉ. टी. के. बेहेरा और विशेष अतिथि के रूप में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली के प्रोफ़ेसर-सह-प्रधान वैज्ञानिक डॉ. आर. के. यादव उपस्थित थे। सभी अतिथियों ने संस्थान द्वारा राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार में किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि आगे भी इसी तरह सरल हिंदी भाषा का प्रयोग कर इसे जन-जन तक पहुंचाते रहें।डॉ. शिवानी, प्रधान वैज्ञानिक ने मंच का संचालन करते हुए उपस्थित सभी अतिथियों एवं कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिसके उपरांत डॉ. आशुतोष उपाध्याय, प्रभागाध्यक्ष, भूमि एवं जल प्रबंधन ने संस्थान राजभाषा कार्यान्वयन समिति और राजभाषा हिंदी की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए इस पखवाड़ा में दिनांक 14.09.2024 से 29.09.2024 तक आयोजित प्रतियोगिताओं के बारे में जानकारी दी।

संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास ने अपने अभिभाषण में राजभाषा हिंदी में अधिकाधिक कार्यालयी कार्य करने पर बल दिया। बताया कि हमारा संस्थान ‘क’ क्षेत्र में आता है। अतः, यह हम लोगों नैतिक एवं संवैधानिक जिम्मेदारी है कि हम अपने सभी कार्यालयीन कार्य 100% हिंदी में ही करें, ताकि राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा कर सकें। उन्होंने सभी वैज्ञानिकों को सरल हिंदी का प्रयोग करते हुए कृषि से संबंधित तकनीकों को संकलित एवं प्रकाशित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया एवं संस्थान के प्रेस एवं मीडिया समिति के सभी सदस्यों को विशेष धन्यवाद दिया, जिसके माध्यम से संस्थान अपने कार्यकलापों को किसानों एवं अन्य हितधाराकों तक हिंदी में जानकारियां पहुंचाने में सक्षम है।

समारोह में अतिथियों एवं निदेशक डॉ. दास के हाथों संस्थान के अधिकारियों और कर्मचारियों को हिंदी पखवाड़ा के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन के आधार पर उन्हें प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार प्रदान कर उत्साहवर्धन किया गया। इस दौरान डॉ. आशुतोष उपाध्याय, प्रभागाध्यक्ष, भूमि एवं जल प्रबंधन ने अपने प्रेरणात्मक हिंदी कविता से और डॉ. तन्मय कुमार कोले, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं डॉ. अभिषेक कुमार, वैज्ञानिक ने हिंदी गीत से सभागार में उपस्थित सभी कर्मियों का दिल जीत लिया।

पखवाड़ा कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ. रजनी कुमारी, डॉ. ज्योति कुमार, डॉ. कुमारी शुभा, प्रभा कुमारी, हिंदी अनुवादक उमेश कुमार मिश्र तथा प्रशासनिक एवं तकनीकी अधिकारियों की सराहनीय भूमिका रही। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

  • Related Posts

    धान-परती भूमि में रबी फसल उत्पादन हेतु उन्नत तकनीक की जानकारी दी गई

    पटना – कार्यालय प्रतिनिधि। धान-परती भूमि में सिंचाई व नमी की कमी के कारण फसल उत्पादन में समस्या आती है। साथ ही, पर्याप्त दलहन एवं तिलहन की अल्पावधि किस्मों की…

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में आयोजित किया गया मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण

    डेहरी-आन-सोन  (रोहतास) विशेष संवाददाता। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित नारायण कृषि विज्ञान संस्थान के पादप रोग विभाग द्वारा सात दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम का सकुशल समापन आज किया गया।…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

    You Missed

    धान-परती भूमि में रबी फसल उत्पादन हेतु उन्नत तकनीक की जानकारी दी गई

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में आयोजित किया गया मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में आयोजित किया गया मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण

    लोजपा (आर) की बैठक, आगामी चुनाव योजना पर हुई चर्चा

    उद्यमी योजना के लाभुकों को दिया गया प्रथम व द्वितीय किस्तों की राशि व प्रशस्ति पत्र

    उद्यमी योजना के लाभुकों को दिया गया प्रथम व द्वितीय किस्तों की राशि व प्रशस्ति पत्र

    उन्नत बकरी पालन किसानों की आजीविका का आधार : डॉ. अनुप दास

    उन्नत कृषि तकनीक द्वारा धान-परती भूमि प्रबंधन

    उन्नत कृषि तकनीक द्वारा धान-परती भूमि प्रबंधन