नमस्ते बिहारः तृतीय बृहत जनसंवाद में लोगों ने हाथ उठाकर बिहार को बदलने का लिया संकल्प

डेहरी-आन-सोन (रोहतास) निशांत राज। चर्चित व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान लेट्स इंस्पायर बिहार द्वारा सासाराम की फजलगंज स्टेडियम में आयोजित नमस्ते बिहारः तृतीय बृहत जनसंवाद में 50 हजार से ज्यादा लोगों ने एक साथ हाथ उठाकर बिहार बदलने का संकल्प लिया। उत्साहित लोगों से खचाखच भरे स्टेडियम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने कहा कि जाति-संप्रदाय के बंधनों से ऊपर उठकर इतनी बड़ी संख्या में यह उपस्थिति इस बात का सुखद संकेत है कि बिहार केवल उनका नहीं जो इसे सिर्फ जाति व संप्रदाय के चश्मे से देखते हुए इसे खंड- खंड होते देखना चाहते हैं, बल्कि यह उनका भी है जो इन लघुवादों से ऊपर उठकर बिहार को इसके ऐतिहासिक उत्कर्ष को पुनः ले जाने का सपना देखते हैं। आगे कहा कि बिहार का विकास तब तक संभव नहीं है, जब तक हम लघुवादों यथा जातिवाद, संप्रदायवाद, लिगभेद इत्यादि से ऊपर उठकर समाज के हित में योगदान समर्पित नहीं करेंगे।

कहा कि बिहार प्राचीन काल से ही उद्यमिता की भूमि रही है।कौटिल्य का अर्थशाख भी इसी भूमि से निकला है। जब परिवहन और प्रौद्योगिकी के वर्तमान आधुनिक साधन उपलब्ध नहीं थे, हम व्यापार में इतना उत्कृष्ट थे कि हमारा व्यापारिक संबंध वियतनाम तक फैला हुआ था। तब अभी हम उस उत्कृष्टता को क्यों नहीं प्राप्त कर सकते? कहा कि किसी भी सरकार के लिए यह संभव नहीं है कि सारे युवाओं को नौकरी दे सके। हमें उद्यमिता के लिए प्रयास करना ही पड़ेगा। कहा कि यदि हम संकीर्णतावाद से ऊपर उठकर सोंचने लगे तो निश्चित रूप से बिहार फिर उसी ऐतिहासिक उत्कृष्टता को प्राप्त करेगा। उन्होंने स्वयं रोहतास का उदाहरण देते हुए समझाया कि इस जिले में परिवर्तन कब संभव हो सका, जब हमने अपने समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास व ऐतिहासिक महापुरुषों से प्रेरणा लेकर बदलाव के लिए पहल की।

विदित हो कि बिहार के उज्ज्वलतम भविष्य निर्माण हेतु संकल्पित अभियान लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान का आरंभ 22 मार्च, 2021 को बिहार के चचित आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के आह्वान पर हुआ था। इसका उद्देश्य 2047 तक विकसित भारत में एक ऐसे विकसित बिहार के निर्माण का है जिसमें किसी व्यक्ति को शिक्षा, रोजगार अथवा स्वास्थ्य के लिए अन्यत्र जाने की आवश्यकता न हो। शिक्षा, समता तथा उद्यमिता के मूल मंत्री पर आधारित इस अभियान में मातृभूमि की समृद्ध विरासत से प्रेरणा लेकर लघुवादों (यथा जातिवार, सम्प्रदायवाद, लिगभेर इत्यादि) से उपर उठकर राष्ट्रहित में योगदान करने की परिकल्पना है। इस अभियान से अभी तक लगभग डेढ़ लाख से अधिक लोग स्वैक्षिक रूप से जुड़कर सकारात्मक योगदान समर्पित करने का प्रयास कर रहे हैं जिसमें बिहार के समस्त जिलों में कार्यरत अध्यायों के अलावा देश के लगभग हरेक बड़े शहरों एवं विदेशों तक में स्थापित अध्याय शामिल हैं। अभियान के अंतर्गत बिहार में उद्यमिता की व्यापक क्रांति लाने का लक्ष्य है जिससे बिहार में ही रोजगार का अधिकाधिक सृजन हो सके। हर बिहारवासी को निश्चित एवं स्किल्ड बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को जोड़कर एक व्यापक इकोसिस्टम निर्मित करने की आवश्यकता है। अभियान के संदेशों को हर ग्राम नगर के जन-जन तक पहुंचाने तथा स्वरोजगार, स्टार्ट-अप, उद्यम एवं व्यवसाय की ओर बढ़ते हैं उन्हें आवश्यक हरसंभव सहयोग एवं मार्गदर्शन दिया जा सके। उद्यमिता की क्रांति के बीजारोपण के लिए बिहार के हर जिले में 2028 तक अभिमान के माध्यम से सौ से अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करने की क्षमता वाले कम से कम 5 सफल स्टार्टअप स्थापित करने का लक्ष्य है। इसी उद्देश्य को लेकर बीते 25 अगस्त, 2024 को पटना के विद्यापति सभागार में स्टार्ट-अप समिट का आयोजन किया गया था और आगामी 22 दिसंबर, 2024 को दिल्ली के भारत मंडपम में बिहार 2047 विजन कॉन्क्लेव (सीजन 2) का आयोजन होना है।

सभा को संबोधित करते हुए प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने कहा कि विकास वैभव जी का उद्देश्य बहुत पवित्र है और हमें समाज के रूप में उनके साथ खड़ा होना होगा। गुजरात से जुड़े प्रमुख उद्योगपति निशिकांत सिन्हा ने कहा कि बिना उद्यमिता के बिहार का विकास संभव नहीं है। इसके लिए हम सबको विकास वैभव के नेतृत्व में गंभीर पहल करनी होगी।

संत पॉल स्कूल के निदेशक डॉ. एसपी वर्मा ने कहा कि शिक्षा, समता और उद्यमिता से ही बिहार का कायाकल्प संभव है। डिवाइन पब्लिक स्कूल के निदेशक अखिलेश सिंह ने भी शिक्षा को अपने तीन प्रमुख उद्देश्यों में शामिल करने के लिए लेट्स इंस्पायर बिहार की सराहना की। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के सचिव गोविंद नारायण सिंह ने विकास वैभव के पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान में बिहार को पुनः शिखर पर पहुंचाने की असीम संभावना है। देश के जाने माने लॉ गुरु व दिल्ली स्थित चर्चित एंबीशन लॉ स्कूल के निदेशक आलोक रंजन ने आह्वान किया कि बिहार को आगे ले जाने के लिए वे लेट्स इंस्पायर बिहार से जुड़कर विकास वैभव का दिल से साथ दें।

मंच संचालन वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर राय ने किया। लेट्स इंस्पायर बिहार रोहतास चैप्टर के कॉर्डिनेटर व मुख्य आयोजकों में से एक यश उपाध्याय ने जनसंवाद की असीम सफलता पर दिली प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यहबिहार के लोगों का विकास वैभव के प्रति अटूट लगाव ही है कि इतनी तादात में लोग उन्हें सुनने पहुंचे थे। कहा आइए, मिलकर प्रेरित करें बिहार।

लेट्स इंस्पायर बिहार कार्क्रम के दौरान अंकुश- राजा ने समां बांधा। उनकी एक झलक पाने के लिए यहां आए युवाओं में होड़ लगी थी। उनके साथ सेल्फी लेने के लिये युवा बेकरार हो रहे थे। वहीं विकास वैभव के मंच पर पहुंचते ही अंकुश-राजा के क्या है दिल की हालत, कोई न जाने, तेरे लाखों है दीवाने गाना पर स्टेडियम में उपस्थित लोगों की भीड़ झूमने लगी।

नमस्ते बिहार के तृतीय बृहत जनसंवाद में मुख्य अतिथि विकास वैभव मंच पर स्वयं उपस्थित थे। जनसंवाद में विशिष्ट अतिथियों में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति गोपाल नारायण सिंह, प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेल्फेयर एसोसियेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद, गुजरात से जुड़े प्रमुख उद्योगपति निशिकांत सिन्हा, संत पॉल स्कूल सासाराम के निदेशक डा. एसपी वमों, पूर्व मंत्री ददन यादव (पहलवान), गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के सचिव गोविंद नारायण सिंह, डिवाइन पब्लिक स्कूल के निदेशक अखिलेश सिंह, एम्बिशन लॉ स्कूल के निदेशक आलोक रंजन, प्रमुख समाजसेवी सत्यनारायण स्वामी, स्वामी नारायण गिरी, श्याम नारायण उरांव, जीएम अंसारी, राम अवतार राय, कृष्णा यादव, मधु उपाध्याय, डा. प्रीति बाला, प्री. गुरूचरण सिंह, अमरेंद्र मिश्रा, उर्मिला कुशवाहा आदि थी।

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