लता प्रासर की चार कविताएं
हवा झोंके रोंगटे तक आ पहुंचे उन्होंने कहादीप जलाओहमने जलायावो रौशनी मेंनहाते रहेहम अंधेरे कोटटोलते रहेरुत बदल गईअब एक लौभीतर
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Read moreसमकालीन कविता में चेतना व ऊर्जा समाहित रहती है। पटना (सोनमाटी समाचार नेटवर्क)। फेसबुक पर अवसर साहित्यधर्मी पत्रिका के पेज पर
Read moreपटना (सोनमाटी समाचार नेटवर्क)। भारतीय युवा साहित्यकार परिषद (पटना) के तत्वावधान में वरीय साहित्यकार एवं चित्रकार सिद्धेश्वर प्रसाद के आवास
Read moreफेसबुक पर आनलाइन कवि सम्मेलन, वीडियो प्रस्तुति भी पटना (सोनमाटी समाचार नेटवर्क)। फेसबुक पर अवसर साहित्यधर्मी पत्रिका के पेज पर
Read moreनिजी विद्यालय संचालकों की 11 किलोमीटर पदयात्रा डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की रोहतास जिला इकाई
Read more‘खुद कमाओ, घर चलाओ और सवारी को संगीत सुनाओ‘ दाउदनगर (औरंगाबाद)- कार्यालय प्रतिनिधि। कोविड-19 के जानलेवा आरंभिक प्रसार के मद्देनजर
Read moreसादगी के साथ संपन्न हुई सरस्वती पूजा सासाराम/डेहरी-आन-सोन (रोहतास)/दाउदनगर (औरंगाबाद)-कार्यालय प्रतिनिधि। स्कूलों-कालेजों और विभिन्न शिक्षण संस्थानों के साथ गली-मुहल्लों में
Read more-0 प्रसंगवश 0-‘समय-सापेक्ष सरोकार ही कविता की सामाजिक प्रासंगिकता है’-कृष्ण किसलय (संपादक : सोनमाटी) विश्व हिन्दी दिवस पर भारतीय युवा
Read moreदो कविताएं :एक नए साल और दूसरी गुजरे साल के सन्दर्भ में-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) (1). आओ सफर फिर शुरू
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