(खास खबर/कृष्ण किसलय) : …और इस बार नहीं आए अतिथि !
…और इस बार नहीं आए अतिथि ! रिपोर्ट : कृष्ण किसलय (तस्वीर : निशान्त राज) 0- कोरोना महामारी ने बदली विदेशी कारोबारियों के सोन तट पर पहुंचने की दशकों पुरानी…
(इतिहास/कृष्ण किसलय) : अंग्रेजी राज के प्रथम विद्रोही राजा नारायण सिंह/ आठ सदी पूर्व बटाने के तट पर पहुंचे थे पृथ्वीराज चौहान के वंशज
-0 इतिहास 0-अंग्रेजी राज के प्रथम विद्रोही राजा नारायण सिंह-कृष्ण किसलय (समूह संपादक, सोनमाटी) इस खोजपूर्ण आलेख का प्रकाशन भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की अग्रणी प्रकाशक संस्था नेशनल बुक…
नीतीश फिर मुख्यमंत्री/ इस बार विधानसभा में 32 फीसदी दागी/ भीड़ में अकेला छूट गया बिहारी फस्र्ट!
-0 प्रसंगवश 0-नीतीश फिर मुख्यमंत्री-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) 17वीं विधान सभा के चुनाव में कम सीटें लाने के बावजूद नीतीश कुमार एक बा्र फिर मुख्यमंत्री बनने में कामयाब रहे। जबकि…
प्रसंगवश/कृष्ण किसलय : सूर्य पूजा की आदि भूमि विश्वविश्रुत सोन-घाटी
-0 प्रसंगवश 0-सूर्यपूजा की आदिभूमि विश्वविश्रुत सोन-घाटी-कृष्ण किसलय (समूह संपादक, सोनमाटी) 0-विश्व के अति प्राचीन लोकपर्व छठ में अंतरराष्ट्रीय संस्कृति-सम्मिश्रण के हजारों साल पुराने चिह्न।0-भारत से ईरान तक गई सूर्योपासना…
(प्रतिबिंब : सोनमाटी के 40 साल) बहुचर्चित कामेश्वर कोइरी प्रकरण, राजनीति-अपराध गठजोड़ की पहली कड़ी
प्रतिबिंब : सोनमाटी के 40 सालबहुचर्चित कामेश्वर कोइरी प्रकरण, राजनीति-अपराध गठजोड़ की पहली कड़ी-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) जब थानादार से बड़ा रंगदार हो गया ! सोन अंचल में नक्सलवाद के…
प्रसंगवश : अब नीतीश की नई कसौटी/ नए भविष्य का मतदान/ बाहुबली से हार गया साधू!/ जगाई आम प्रत्याशी बनने की उम्मीद
-0 प्रसंगवश 0-अब नीतीश की नई कसौटी, चिराग पड़े मद्धिम, नए क्षितिज की ओर तेजस्वी-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) एनडीए की घोषणा के मुताबिक बेशक नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री…
(प्रसंगवश : कृष्ण किसलय) -oबिहार विधानसभा चुनावo- हो चुका फैसला/ सियासी वजूद तलाशते युवा चेहरे/ राजनीतिक दलों के लोक-लुभावन वादे
-0 प्रसंगवश 0-बिहार विधानसभा चुनाव : हो चुका फैसला-कृष्ण किसलय (समूह संपादक, सोनमाटी) बिहार के अगले पांच सालों की सियासत का फैसला हो चुका है। विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण…
सियासत का दौलत से हुआ रिश्ता और तिजारत में बदल गई राजनीति/ 1064 में 328 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले/ फैसला तो हो चुका, बस मतदान की औपचारिकता बाकी/ नहीं जीतने वाले आजमा रहे वोट बांट देने की हर रणनीति
प्रसंगवश :सियासत का दौलत से हुआ रिश्ता और तिजारत में बदल गई राजनीति-कृष्ण किसलय (समूह संपादक, सोनमाटी) पांच साल के अंतराल पर होने वाला चुनाव लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया…
बिहार विधानसभा चुनाव : अगड़े-पिछड़े के बाद अब दलित का सवाल/ मंडलवाद के बाद बंटा बिहारी समाज/ लोकतंत्र बनाम बाहुबल/ द्रोह-काल के पथिक
-0 प्रसंगवश 0-बिहार विधानसभा चुनाव : अगड़े-पिछड़े के बाद अब दलित का सवाल–कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव पर पूरी दुनिया की निगाहें हैं, क्योंकि यह…
(प्रसंगवश/कृष्ण किसलय) : संभावना की सियासी जंग में चिराग की चुनौती
-0 प्रसंगवश 0-संभावना की सियासी जंग में चिराग की चुनौती– कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) बिहार की 16वीं विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव ने बेहद दिलचस्प मोड़ ले लिया है।…