लता प्रासर की चार कविताएं
हवा झोंके रोंगटे तक आ पहुंचे उन्होंने कहादीप जलाओहमने जलायावो रौशनी मेंनहाते रहेहम अंधेरे कोटटोलते रहेरुत बदल गईअब एक लौभीतर सुलग रहावो ढूंढ रहे! खुशी फूलों से होकर ही हम…
लता प्रासर की तीन कविताएं
बिन तारों की रात रे बादल बोलो चंदा किधर गया एक बूंद छू कर निकल गयाअरे सावन इधर फिसल गयजरा याद पिया को कर बन्देचंचल मन बावरा सकल गया वो…
फेसबुक पर आनलाइन कवि सम्मेलन
समकालीन कविता में चेतना व ऊर्जा समाहित रहती है। पटना (सोनमाटी समाचार नेटवर्क)। फेसबुक पर अवसर साहित्यधर्मी पत्रिका के पेज पर आनलाइन हेलो फेसबुक कविसम्मेलन का आयोजन किया गया l इस…
साहित्यिक गोष्ठियां सांस्कृतिक चेतना जगाने में महत्वपूर्ण
पटना (सोनमाटी समाचार नेटवर्क)। भारतीय युवा साहित्यकार परिषद (पटना) के तत्वावधान में वरीय साहित्यकार एवं चित्रकार सिद्धेश्वर प्रसाद के आवास ‘सिद्धेश्वर सदन’ में एक सारगर्भित काव्य संध्या का आयोजन किया…
फेसबुक पर आनलाइन कवि सम्मेलन, वीडियो प्रस्तुति भी
फेसबुक पर आनलाइन कवि सम्मेलन, वीडियो प्रस्तुति भी पटना (सोनमाटी समाचार नेटवर्क)। फेसबुक पर अवसर साहित्यधर्मी पत्रिका के पेज पर आनलाइन हेलो फेसबुक कविसम्मेलन का आयोजन वरिष्ठ कवि सिद्धेश्वर के…
शिक्षकों की शांतिपूर्ण पदयात्रा/ चित्रा मुद्गल ने कहा हिंदी में घट रहे पाठक/ नवसंवत, नवरात्र, रमजान पर बधाई
निजी विद्यालय संचालकों की 11 किलोमीटर पदयात्रा डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की रोहतास जिला इकाई के तत्वावधान में डिहरी अनुमंडल के निजी विद्यालयों और निजी…
सोनू सूद की पहुंची मदद/ ‘बाहर खड़ी फगुनाहट’/ अनुराधाकृष्ण को एवार्ड
‘खुद कमाओ, घर चलाओ और सवारी को संगीत सुनाओ‘ दाउदनगर (औरंगाबाद)- कार्यालय प्रतिनिधि। कोविड-19 के जानलेवा आरंभिक प्रसार के मद्देनजर लागू हुए लाकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके गृह…
कोरोनाकाल में सादगीपूर्ण सरस्वतीपूजन/ पटना में आनलाइन कथा पाठ/ वाराणसी में भोजपुरी सम्मेलन
सादगी के साथ संपन्न हुई सरस्वती पूजा सासाराम/डेहरी-आन-सोन (रोहतास)/दाउदनगर (औरंगाबाद)-कार्यालय प्रतिनिधि। स्कूलों-कालेजों और विभिन्न शिक्षण संस्थानों के साथ गली-मुहल्लों में इस बार सरस्वती पूजा कोविड-19 के प्रावधान के कारण सादगी…
(प्रसंगवश/कृष्ण किसलय) : ‘समय-सापेक्ष सरोकार ही कविता की सामाजिक प्रासंगिकता है’
-0 प्रसंगवश 0-‘समय-सापेक्ष सरोकार ही कविता की सामाजिक प्रासंगिकता है’-कृष्ण किसलय (संपादक : सोनमाटी) विश्व हिन्दी दिवस पर भारतीय युवा साहित्य परिषद, पटना (संचालक, संयोजक : सिद्धेश्वर) की ओर से…
कृष्ण किसलय/दो कविताएं : एक नए साल और दूसरी गुजरे साल के सन्दर्भ में
दो कविताएं :एक नए साल और दूसरी गुजरे साल के सन्दर्भ में-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) (1). आओ सफर फिर शुरू करें (21 साल पहले दैनिक आज, पटना के वार्षिक विशेषांक…