सोन-घाटी में जीवंत हैं नेताजी की स्मृतियां

सोन-घाटी में जीवंत हैं नेताजी की स्मृतियांलेखक : कृष्ण किसलय नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया की साहित्य और संस्कृति की द्विमासिक पत्रिका -“पुस्तक संस्कृति” ने- लेखक स्वर्गीय कृष्ण किसलय के द्वारा…

(प्रसंगवश/कृष्ण किसलय) : कसौटी पर सातवीं नीतीश सरकार

-0 प्रसंगवश 0-कसौटी पर सातवीं नीतीश सरकार-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) इन दिनों विभिन्न दलों के सियासी शिविरों में राजनीति की अलग-अलग तरह की खिचड़ी पक रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार…

(प्रसंगवश/कृष्ण किसलय) : अंधविश्वास से मुक्ति दिलाने में विज्ञान की सर्वोच्च भूमिका

-0 प्रसंगवश 0-अंधविश्वास से मुक्ति दिलाने में विज्ञान की सर्वोच्च भूमिका-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनघाटी) तीन साल पहले वर्ष 2019 में नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया ने मेरी (कृष्ण किसलय) की विज्ञान…

(प्रसंगवश/कृष्ण किसलय) : सघन साल वन के संकटग्रस्त वासी, पेड़-पूजक कोरवा आदिवासी

-0 प्रसंगवश 0-सघन साल वन के संकटग्रस्त वासी, पेड़-पूजक कोरवा आदिवासी-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) सोनघाटी में कैमूर पर्वत की उपत्यका के साल वन के कुड़ुख-भाषी उरांवों से भी पूर्ववर्ती बाशिंदा…

(सभ्यता-यात्रा/कृष्ण किसलय) : भारत के अति प्राचीन इतिहास का भूगोल सोनघाटी

-0 सभ्यता-यात्रा 0-भारत के अति प्राचीन इतिहास का भूगोल सोनघाटी-कृष्ण किसलय (संपादक : सोनमाटी) सोनमाटी (प्रिंट) में प्रकाशित और सोनमाटीडाटकाम (ग्लोबल वेबपोर्टल) में प्रसारित यह सामग्री लेखनाधीन पुस्तक-योजना की पूर्व-पीठिका…

(प्रसंगवश/कृष्ण किसलय) सभ्यता-यात्रा : अंडमान से सरस्वती-सिंधु भाया सोन-घाटी !

-0 प्रसंगवश 0-सभ्यता-यात्रा : अंडमान से सरस्वती-सिंधु भाया सोन-घाटी!-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) ईसा-पूर्व रोमन दार्शनिक-राजनीतिक मार्कस टुलियस सिसरो ने कहा था कि इतिहास समय का साक्षी है, जो वास्तविकता को…

(सिवान के चंदा बाबू) : सदियों में कोई पैदा होता है ऐसा जीवट

बहुचर्चित डान सांसद शहाबुद्दीन से कानूनी लड़ाई लडऩे और तीन जवान बेटों को कंधा देने वाले चंदा बाबू की करुण कहानी। देहरादून (दिल्ली कार्यालय) से प्रकाशित बहुरंगी हिन्दी पाक्षिक चाणक्य…

(कृष्ण किसलय/सोनमाटी के चालीस साल) : रहस्यों के घेरे में बाल-अपहरणकर्ताओं का गिरोह

सोनमाटी के चालीस सालरहस्यों के घेरे में बाल-अपहरणकर्ताओं का गिरोह-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) मदद देने की याचना कर रहे किशोरों के मां-बाप पटना, बनारस, आजमगढ़ में वियोग में तड़प रहे…

कृष्ण किसलय/दो कविताएं : एक नए साल और दूसरी गुजरे साल के सन्दर्भ में

दो कविताएं :एक नए साल और दूसरी गुजरे साल के सन्दर्भ में-कृष्ण किसलय (संपादक, सोनमाटी) (1). आओ सफर फिर शुरू करें (21 साल पहले दैनिक आज, पटना के वार्षिक विशेषांक…

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